Jhuth Shayari
झूठ से, सच से जिससे भी यारी रखे
आप तो अपनी तकरीर जारी रखे
बात मन की कहें या वतन की कहें
झूठ बोले तो आवाज भारी रखे
सच को भी झूट, झूट को सच कर दिखाओगे
बस इक अमीर-ए-शहर से याराना चाहिए
झूट बोला है तो क़ायम भी रहो उस पर ज़फ़र
आदमी को साहब-ए-किरदार होना चाहिए
ऊँचें आसमान से मेरी जमीन देख लो
तुम ख्वाब आज कोई हसीन देख लो
अगर आजमाना है ऐतबार को मेरे तो
एक झूठ बोलो और मेरा यकीन देख लो
चंद साँसें बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो
झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो
ज़िन्दगी वीरान थी और मौत भी गुमनाम ना हो
मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हजार दे दो
झूठ पर शायरी
झूट कहने लगा, सच से बचने लगा
ये झूटा चेहरा उसपर कितना जचने लगा
तुम्हारे हर झूठ को मैं सच मानती हूँ
जबकि सच क्या है ?
ये मैं बहुत अच्छी तरह से जानती हूँ
सच बोलकर मैंने इज्जत गंवाई है
तो झूठ बोलने में क्या बुराई है
झूठ कहूँ तो बहुत कुछ है मेरे पास
सच कहूँ तो कुछ नीं सिवा तेरे मेरे पास
हाँ मैं तुम्हें भूल चूका हूँ
और अब मैं झूठ भी बोल चूका हूँ
झूठ के नाव सच के समंदर में चलते नही
झूठ बोलने वाले अपना स्वभाव बदलते नही
Jhuth Mat Bolo Shayari
सच को दिल में बसाया जाएं
झूठ की औकात को दिखाया जाएं
झूठ बड़ी आसानी से पकड़ा जाता है
बोलने वाले को यह समझ में नही आता है
झूठ का दामन जो थामें वो दुख के सागर में जाता है
सच का दामन जो थामें वो सुख के सागर को पाता है
छोटी चीज को झूठ बोलकर बड़ा नही करते है
झूठ के दम पर सपनो का महल खड़ा नही करते है
Hindi Quotes On Lie
दिखावे की जरूरत तो झूठ को होती है
सच के लिए तो सच्चाई की रौशनी ही काफी होती है
तेरे झूठे वादे का मैं कब तक सबर करूं
ये आंखें तो बन्द कर लूं पर दिल का क्या करूं
ज़िन्दगी की जरूरतें समझिए वक्त कम है फरमाइश लम्बी हैं
झूठ-सच, जीत-हार की बातें छोड़िये दास्तान बहुत लम्बी है
तुम्हारे झूठ पर एतबार करूँ इतना प्यार नहीं
मैं आईना हूँ मेरे दोस्त सुबह का अखबार नहीं
तुम्हारी झूठी बातों पर ऐतबार कौन करेगा
ठहरो मेरे दोस्त झूठ को ही ये दुनिया प्यार करेगा
झूट वाले कहीं से कहीं बढ़ गए
और मैं था कि सच बोलता रह गया
इन्सान जब दिल के हाथों मजबूर होता है
तो झूठे प्यार पर भी बड़ा गूरूर होता है
उसके हर झूठ पर जब तक मुझे यकीन रहा
हमारे बीच का रिश्ता बहुत हसीन रहा
सब कुछ झूठ होता है फिर भी सच्चा लगता है
इश्क़ में जान बूझकर धोखा खाना भी कितना अच्छा लगता है
ऐ दिल चल छोड़ अब ये पहरे
ये दुनिया है झूठी यहाँ लोग हैं लुटेरे
झूठ बोलकर भी अब लोग दिल चुराते है
सच बोलने वाले दीवाने ठोकरे खाते है
जिन्दगी की शिकायतें सभी के सामने क्यों खोल देना
कोई हाल पूछे तो सिर्फ झूठ बोल देना
होश में थे तो हुए हवाले तेरी हसीन यादों के
इन दिनों चूर हूँ नशे में तेरे उन झूठे वादों के
हम तो वो हैं जो निगाहों से निगाहों की बात जान लेते है
तुझसे हमने इश्क़ किया है इसलिए तेरा झूठ भी सच मान लेते है
झूठी बातें बड़ी तेजी से फैलाई जाती है
सच कड़वा होता है इसलिए छुपाई जाती है
झूठ बोलने में बड़ा मजा आता है
जान निकल जाती है जब सजा पाता है
माना झूठ बोलकर तुम तरक्की कर लोगे
अंतिम समय में तुम खुदा को क्या जवाब दोगे
जिंदगी का क्या पता कल क्या हो
झूठ बोल दो अगर किसी का भला हो
Lie Quotes For Relationship In Hindi
जब झूठ अपने अपनो से कहने लगते है
तब वो अपनो के दिल से उतरने लगते है
खफा होने से पहले कोई वजह तो बताते जाते
वजह नहीं तो ना सही झूठा कोई इल्जाम ही लगाते जाते
वो झूठ मूठ की तुमसे मेरी लड़ाइयाँ एक तरफ़
वो रहकर तुमसे दूर मेरी बेक़रारियाँ एक तरफ़
झूठ, लालच और फरेब से परे है
खुदा का शुक्र है आइने आज भी खरे है
झूट पर उस के भरोसा कर लिया
धूप इतनी थी कि साया कर लिया
सच कड़वाहट लिए मुँह खोलता है
झूठ को देखो कितना मीठा बोलता है
झूठ की तारीफ़ सच का मजाक
कुछ ऐसा है आजकल दुनिया का मिजाज
झूठी सारी बातें धोखा हर तक़सीम
गांव से शहर तक कड़वे सारे नीम
मोहब्बत की झूठी ये कहानी पे रोये
बड़ी चोट खाई जवानी पे रोये
जब से हमने झूठ बोलना सीख लिया
कई अजीज दोस्तों को इसने छीन लिया
Jhuth Bolne Wali Shayari
कूछ झूठ दिल को सुकून देते हैं
और कुछ सच सूकून बर्बाद कर देते हैं
बेहिसाब झूठ कहा तो खुदा मान बैठे
जरा सा सच बोल दिया तो बुरा मान बैठे
खारिज कर दी यारो सब दिल की सब अरजी
इश्क के दावे भी झूठे इश्क की फिक्र भी फर्जी
कैसे कहूँ मुझे तुमसे मोहब्बत नहीं है
झूठ बोलने की मुझको आदत नहीं है
तेरी कसमों से ले तेरी वादों तक हर झूठ को हम सच बनाते रहे
हम पागल थे तेरे प्यार में जो तन्हा ही वफा निभाते रहे
हम समझदार भी इतने हैं कि उनका झूठ पकड़ लेते हैं
और उनके दीवाने भी इतने हैं फिर भी यकीन कर लेते हैं
सब कुछ झूठ है लेकिन फिर भी बिलकुल सच्चा लगता है
जानबूझकर धोखा खाना कितना अच्छा लगता है
दिल में झूठ रखने वाला जुबान से सच क्या बोलेगा
जिसकी सोच ही गलत हो वो अच्छाई को क्या तोलेगा
कहीं गुम सी हो गयी है वो आदत मेरी
पूरी झूठी सी हो गयी है ये मुस्कान मेरी
मुस्कुरा कर महफ़िल में दर्द को दबाया उसने
झूठ तो बोला नहीं सच मगर छुपाया उसने
Jhuth Bolna Shayari
झूठ तब तक झूठ नहीं कहलाता है
जब तक सच सामने ना आ जाए
सब झूठ है यहाँ
बस यही एक सच है
आजमाना है अगर मेरे एतबार को
तो एक झूठ तुम बोलो फिर मेरा यकीन देखो
सादिक़ हूँ अपने क़ौल का ग़ालिब ख़ुदा गवाह
कहता हूँ सच कि झूट की आदत नहीं मुझे
लिखुंगी फिर से तुम्हारी झुठी मोहब्बत की सच्ची सी तारीफ़े
जरा ये बेमौसम आँखो की बरसात थोड़ी थम जाने दो
कोई एक बार झूठ बोले तो माफ़ कर दीजिए
दोबारा बोले तो सतर्क हो जाइये
कितना गुस्सा आता है ना उस वक्त जब कोई
आपसे झूठ बोले और आपको सच पता हो
पहले झूठ बोलना पाप था
अब झूठ बोलना मजबूरी भी है
और जरूरी भी है
सच बोलना बहुत आसान होता है
लेकिन अपने बारे में सच सुन पाना बहुत मुश्किल
बेशक तू बदल ले अपनी मौहब्बत लेकिन ये याद रखना
तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता
Jhuth Shayari Image
झूठ बोलने में सबसे बड़ी परेशानी यह है
कि झूठ को हमेशा याद रखना पड़ता है
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी
लो कर ली मोहब्बत एक बार फिर तन्हाइयों से
झूठ कहते है लोग की मोहब्बत दुबारा नहीं होती
बड़ी बेअदबी से आज उसने सच बोला
इससे बेहतर तो वो झूठ ही सही थे
हर इंसान जरुरत और मौके के अनुसार
कभी न कभी झूठ बोलता ही है
Lie Quotes In Hindi
हर शख्स को नफ़रत यहाँ झूठ से है
लेकिन परेशान हूँ मैं ये सोचकर कि
फिर झूठ बोलता कौन है
इक़रार-ऐ-मुहब्बत ऐहदे-ऐ.वफ़ा सब झूठी सच्ची बातें हैं
हर शख्स खुदी की मस्ती में बस अपने खातिर जीता है
मुझे तसल्ली हो जाएगी तुम्हारे झूठ से भी
कह दो के कभी इश्क़ था तुम्हें मुझसे
कभी कभी झूठ बोलना मजबूरी नहीं
बीमारी भी होती है
तेरे हर झूठ को सच मान लेते हैं हमेशा हम
हमें भी रस्म-ए-उल्फ़त को निभाना ख़ूब आता है
मत गिरा अपने झूठे इश्क के आंसू मेरे जनाज़े पर
अगर तुझमे वफ़ा होती तो हम ज़िन्दगी से बेवफा न होते
ज़रुरत पड़े तो झूठ कभी कभी बर्दाश कर लीजिए
लेकिन झूठा आदमी कभी बर्दाश मत कीजिए
तुम मेरे साथ हो ये सच तो नहीं है लेकिन
मैं अगर झूठ ना बोलूँ तो अकेला हो जाँऊ ?
महबूब की झूठी तसल्ली भरी बातें भी
दिल को बड़ा ही सुकून पहुंचाती है
मुददों बाद जब उनसे मुलाकात हुई
मैंने कहा कुछ झूठ ही बोल दो
और वो हंसके बोली तुम बहुत याद आते हो
जो कहते हैं कि इश्क़ दिल का मामला है वो
झूठ बोलते हैं इश्क़ तो आवाज़ का मालमा है
एक जन्म का साथ ढंग से निभाया नहीं जाता है
ना जाने कैसे लोग साथ जन्म साथ निभाने का झूठ बोलते है
तुम्हारे झूठ बोलने से मुझे कोई परेशानी नहीं है
मगर आज के बाद मैं तुम पर भरोसा नहीं कर पाऊंगा
सीख रहा हूँ मैं भी अब मीठा झूठ बोलने का हुनर
कड़वे सच ने हमसे, ना जाने, कितने अज़ीज़ छीन लिए
कितनी झूठी होती हैं मोहब्बत की कसमें
बिछड़ के देखो वो भी जिंदा है और मैं भी
सच के बुनियाद पर अपने सपनो का महल खड़ा करना
सच कहता हूँ, झूठ की नींव बड़ी खोखली होती है
मैं तुम पर इतना यकीन करता था
तुम्हारे झूट को झूट कैसे मैं कहता
वो झूठ भी सच लगता है
जब कोई गम में तसल्ली देता है
Shayari On Jhuth
जब तक सच जूते पहन रहा होता है
तब तक एक झूठ आधी दुनिया की सफर कर सकता है
चेहरे की मुस्कान झूठी है
हर दिल में एक ख्वाहिश अधूरी है
मैं तुम पर हर बार भरोसा करता हूँ
इतना सच्चा झूठ तुम्हारा होता है
मैं झूठ नहीं कहता सात जनम साथ निभाउंगा
तुझे इतना प्यार करता हूँ पगली
एक जनम में कैसे दिखा पाउँगा
मत करना फिर से कभी ये झूठा प्यार का वादा
आज ही हमने मांगी हैं दुआ तुझे भूल जाने की
तुम अगर, सच हो, मैं भी झूठ नहीं
अक्स मैं मेरा आइना तुम हो
सच्च बोल के मोहबत करना हमारी आदत है
झूठी कोई नफरत भी करे तो हम कबूल नही करते
कितना गुस्सा आता है
जब कोई झूठ बोले और सच हमे पता हो
झूठ बोल कर अगर रिश्ते निभाना आता मुझे
तो सच बोल कर उसे तोड़ नही लेता
देख मज़ाक ना उड़ा गरीब का इज़हार-ए-मोहब्बत के नाम पर
सच बोल झूठ कहा था न के तुमसे प्यार करती हूँ
सुना था कसम झूठी हो तो लोग मर जाते हैं
ना जाने कौन सी कसम निभा रहा है
वो के अब तक ज़िंदा हूँ मैं
मुस्कुरा देती हूँ अक्सर देखकर पुराने खत तेरे
तू झूठ को भी कितनी सच्चाई से लिखता है
गिरते हुए आँसुओं को कौन देखता है
झूठी मुस्कान के दीवाने हैं सब यहाँ
झूठ को शर्म आती है
जब वो सच से नजरें मिलाता है
सच का दामन जब छूट जाता है
तब झूठ का आईना टूट जाता है
Jhuth Wali Shayari
कौन कहता है कि आईना झूठ नहीं बोलता
अक्सर देखा है मैंने खुदको उसमें मुस्कुराते हुए
अब शिकायतेँ तुम से नहीँ खुद से है
माना के सारे झूठ तेरे थे
लेकिन उन पर यकीन तो मेरा था
झूट कहने लगा सच से बचने लगा
हौसले मिट गए तजरबा रह गया
वो झूट बोल रहा था बड़े सलीक़े से
मैं एतिबार न करता तो और क्या करता
कितने झूठे हो गये है हम
बच्चपन में अपनों से भी रोज रुठते थे
आज दुश्मनों से भी मुस्करा के मिलते है
क्यों दे उसे इलजाम बेवफाई का दोस्तों
वो शख्स सच्चा था बस झूठी मोहब्बत थीं
झूठ का कद आपको बड़ा दिखता है मगर
हकीकत में सच का ही कद बड़ा होता है
झूटे बातों से दिल जीतने वाले
तू क्या जाने दिल की आंसुओं की सच्चाई
झूठ बोलकर दिल तोड़ने से अच्छा है
सच बोलकर साथ छोड़ देना
खातिर से या लिहाज़ से मैं मान तो गयी
झूठी कसम से तेरा ईमान तो गया
जरा सा झूठ ही लिख दो कि तुम बिन दिल नहीं लगता
हमारा दिल बहल जाए तो तुम फिर से मुकर जाना
जा के घर झूटों न पूछी बात तक
बस तिरी झूटी मोहब्बत देख ली
दोपहर तक बिक गया बाजार का हर एक झूठ
और मैं एक सच लेकर शाम तक बैठा रहा
मुझसे झूठ की उम्मीद ना करना साहिब
झूठ हैं कि प्यार के रिश्ते जनम जनम के लिए जुड़े होते हैं
मैंने तो एक जनम के साथ के लिए दिल को तड़पते देखा हैं
झूठ की नींव कमजोर होती है
इस पर रिश्तों का बनाया गया
महल जल्द ही गिर जाता है
सुनाई गयी मेरी ही कहानी हर जगह
यार मैं इश्क़ इतना भी झूठा नही
कब तक तेरी सूरत की झूठी तारिफ करता रहूँ
सिर्फ तुम्हे ही चाँद से खूबसूरत कहूँ अच्छा नही लगता
चलो सो जाते हैं फिर से किसी सच की तलाश में
कि सुबह फिर इसी झूठी दुनिया का दीदार करना है
जिंदगी में सच के दम पर आगे बढ़ते है
झूठ बोलकर बुलंदी पर भी पहुंचने पर अफ़सोस होगा
Jhuth Par Shayari
झूठ इसलिए भी जल्दी बिक जाता है क्योंकि
सच को खरीदने की सबकी औकात नहीं होती है
यंकी का कोई अलग से खुदा नही होता
झूठ के लिए रियायते भी लड़ जाती है
एक होते है झूठे फिर आते है महाझूठे उसके बाद आते है
जो भर पेट खाना खा कर कहते हैं कि
बाबू तुमने खाना नहीं खाया तो मैं भी नहीं खाऊंगा
कुछ मीठा सा नशा था उसकी झूठी बातों मे
वो वक्त गुज़ारता गया और हम आदी होते गये
मैं सच कहूँगी मगर फिर भी हार जाऊँगी
वो झूट बोलेगा और ला-जवाब कर देगा
जी बहुत चाहता है सच बोलें
क्या करें हौसला नहीं होता
कहते है झूठ के पाँव नहीं होते
मगर फिर भी चलता बहुत है
झूठ से शुरू झूठ पर खत्म
झूठी थी तू पर सच्चे थे हम
झूठे चेहरों को सच्चा बताता सदा
रखता इंसाँ सी फ़ितरत अगर आइना
नज़र आती नहीं मुफ़्लिस की आँखों में तो ख़ुशहाली
कहाँ तुम रात-दिन झूठे उन्हें सपने दिखाते हो
लड़के दिल के शरीफ और मासूम होते है
इतना झूठ काफी है या और बोलूं
Life में एक सच्चे इंसान को
एक झूठे इंसान से अक्सर ज्यादा सफाई देनी पड़ती है
ये झूठ है की मुहब्बत किसी का दिल तोड़ती है
लोग खुद ही टूट जाते है मुहब्बत करते करते
अच्छा सुनो साल का पहला झूठ
तुम मुझे बिलकुल याद नहीं आते
Jhooth Bolna Shayari
एक बार झूठ बोलने में और
झूठा आदमी होने में बहुत फर्क होता है
झूठ बहुत तेजी से फैलता है
और सच को मेहनत करनी पड़ती है
कभी कभी झूठ और सच बस नज़रिये का होता है
झूठ बोलना भी कहाँ आसान है
आखिर बेशरम होना पड़ता है
अगर आपको सच मालूम हो तो
झूठ सुनने का मज़ा ही कुछ और होता है
सच छुपाना भी झूठ बोलने के सामान होता है
दिल हमेशा आपका कर्जदार रहेगा
सच्ची मोहब्बत ना सही झूठी मोहब्बत तो की
दुनिया में सबसे ज्यादा झूठ पति बोलते है
समझ में नही आता पत्नी से डरते है या प्यार करते है
झूठ कहते हैं लोग कि शराब ग़मों को हल्का कर देती है
मैंने अक्सर देखा है लोगों को नशे में रोते हुए
सफाई से झूठ बोलना एक कला है
जो सब के बस की बात नहीं है
जो आप पर आँख मूंदकर भरोसा करता हो और
आपकी हर बात को सच मानता हो
ऐसे इंसान से झूठ कभी न बोले
इस दुनिया में इंसान
अगर सच बोले तो मुंहफट और
झूठ बोले तो बेशरम
झूठ अक्सर ही प्रिय होता है
और सच बहुत कड़वा
मुस्कुरा देता हूँ अक्सर देखकर पुराने मैसेज तेरे
तू झूठ भी कितनी सच्चाई से लिखती थी
झूठ बोलने से सच छुपता नहीं
घड़ी बंद होने पर समय रूकता नहीं
जिन्हें गुस्सा आता है वो लोग सच्चे होते हैं
मैंने झूठों को अक्सर मुस्कुराते हुए देखा है
यदि आप एक बड़ा झूठ बोलते हैं
और उसे अक्सर बोलते हैं तो
उस पर यकीन कर लिया जायेगा
मैं सच कहूँगी मगर फिर भी हार जाऊँगी
वो झूट बोलेगा और ला-जवाब कर देगा
झूटा है झूट बात ये बोलेगा आईना
आओ हमारे सामने हम सच बताएँगे
जो झूठ बोलते है उन्हें झूठ अंदर से कमजोर बनाता है
और जो सच बोलते है
उन्हें सच अंदर से ताकतवर बनाता है
लोग प्यार में कुछ सीखे ना सीखे
झूठ बोलना तो सीख ही लेते है
काग़ज़ी कश्ती का रिश्ता ख़ूब है आलोक से
झूठे जितने भी थे वादे आप के अच्छे लगे
झूट के आगे पीछे दरिया चलते हैं
सच बोला तो प्यासा मारा जाएगा
सच सच कहो इश्क़ है ना
ग़र झूठ भी कहो तो भी
इश्क़ तो है ना इश्क़ है ना
कभी-कभी झूठ के बराबर हो जाता है
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