Jigar Shayari
दिल होना चाहिए, जिगर होना चाहिए
आशिकी के लिए हुनर होना चाहिए
नजर से नजर मिलने पर इश्क नहीं होता
नजर के उस पार भी एक असर होना चाहिए
फिर चोट खा गए हैं इस जख्मी जिगर पे
फिर आज रो रहे हैं हम गमगीन नजर से
ये रोज ही होता है कि तुम याद आते हो
दिल रोज कराहता है माज़ी के कहर से
मैं तेरी मुहब्बत को पाना चाहता हूँ
मैं तेरी निगाहों में आना चाहता हूँ
दीवानगी मचल रही है तेरी जिगर में
मैं तुमको जिन्दगी में लाना चाहता हूँ
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई
दोनों को एक अदा में रजामंद कर गई
मारा ज़माने ने ग़ालिब तुम को
वो वलवले कहाँ वो जवानी किधर गई
जिगर शायरी
वो जिसका तीर चुपके से जिगर के पार होता है
वो कोई गैर क्या अपना ही रिश्तेदार होता है
किसी से अपने दिल की बात तू कहना ना भूले से
यहाँ ख़त भी थोड़ी देर में अखबार होता है
मोहब्बत करने वालों का यही हश्र होता है
दर्द-ए-दिल होता है दर्द-ए-जिगर होता है
बंद होंठ कुछ ना कुछ गुनगुनाते ही रहते हैं
खामोश निगाहों का भी गहरा असर होता है
हम जिगर वाले हैं डर का हम से क्या लेना देना
अपना तो बस एक ही काम है सभी से पंगा लेना
Jigar Shayari In Hindi
सियासत तुम्हारे जिगर में अगर हौसला होता
लहू जवानों का सड़कों पर यू नहीं पड़ा होता
तकलीफ इस जिगर में बदन में थकान है
ये जिन्दगी नही है गमों की दुकान है
जिगर वालो का डर से कोई वास्ता नही होता
हम वहाँ कदम रखते हे जहाँ पे कोई रास्ता नही होता
नज़र घायल जिगर छलनी जुबां पर सौ सौ ताले है
मोहब्बत करने वालों के मुकद्दर भी निराले हैं
माँ-बाप के जीवन में ये दिन भी आता हैं
जिगर का टुकड़ा ही एक दिन दूर हो जाता हैं
आज की रात बचेंगे तो सहर देखेंगे
तीर-ए-नज़र देखेंगे ज़ख़्म-ए-जिगर देखेंगे
दर्दे जिगर ने मेरा हाल वो किया
जान छुड़ा ली मैंने दिल दे दिया
Hindi Quotes On Dare
दर्दे दिल, दर्दे जिगर, दिल मे जगाया आपने
पहले तो मैं शायर था आशिक़ बनाया आपने
न आँखों को चैन, न जिगर को करार आया
मेरे हिस्से मोहब्बत में बस इंतजार आया
नज़र की चोट जिगर में रहे तो अच्छा है
ये बात घर की है घर में रहे तो अच्छा है
जिसके जिगर में ख़ून खोलता है
वही हर हर महादेव बोलता है
अपना तो एक ही इरादा हैं
हंसो तो दिल से दोस्ती निभाओ तो जिगर से
Dare To Love Quotes
हमसे भुलाया नही जाता एक शख्स का प्यार
लोग जिगर वाले है जो रोज़ नया महबूब बना लेते है
अपने सितम को देख लेना खुद ही साक़ी तुम
ज़ख्म-ऐ-जिगर तुमको दिखायेगें किसी रोज़
मैं दुनिया की सबसे खुशकिस्मत बन्दी हूँ
क्योकि मेरे पास SixPack वाला BoyFriend नही है
लेकिन जिगर वाले कामचोर Friends है
नज़र लगे न कहीं उसके दस्त-ओ-बाज़ू को
ये लोग क्यों मेरे ज़ख्म-ऐ-जिगर को देखते हैं
Jigar Wali Shayari
कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग
दर्द पढ़ते है और आह तक नहीं करते
धर के हाथ अपने जिगर पर मैं वहीं बैठ गया
जब उठे हाथ वो कल रख के कमर पर अपना
बन्दे के पास अगर जिगर हो तो
बिना ट्रिगर के भी दुश्मनो की वाट लगायी जा सकती है
शेर सा जिगर रखते हैं पर
किसी से लड़ते नहीं
पर ज़माना जानता है की
किसी के बाप से भी हम डरते नहीं
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