Hoth Shayari
मोहब्बत करने वालों का यही हश्र होता है
दर्द-ए-दिल होता है दर्द-ए-जिगर होता है
बंद होंठ कुछ ना कुछ गुनगुनाते ही रहते हैं
खामोश निगाहों का भी गहरा असर होता है
डर से ज्यादा तेरे करीब आने को जी करता है
तेरे होठों को होठों से छू जाने को जी करता है
तुम हो मेरे बेताब दिल की धड़कन
तुम्हें अपना बनाने को जी करता है
इश्क का कभी हमने इंकार नहीं किया
पर इस दिल को कभी इतना बेक़रार नहीं किया
बस आँखों में उनके सपने सजाये रखे है मगर
कभी हमने होंठों से इश्क का इजहार नहीं किया
दिल से रोए मगर होंठों से मुस्कुरा बैठे
यूं ही हम किसी से वफा निभा बैठे
वो हमे एक लम्हा ना दे पाए प्यार का और
हम उनके लिए अपनी ज़िन्दगी लूटा बैठे
Gulabi Hoth Shayari Hindi
झील सी आँखों का ख्वाब बता दो
इन गुलाबी होठों का राज बता दो
आखों में तो इश्क नजर आता नहीं
फिर इन शरारती मुस्कानों का राज बता दो
जो तेरे गुलाबी लब मेरे लबों को छू जायें
मेरी रूह का मिलन तेरी रूह से हो जाये
ज़माने की साज़िशों से बेपरवाह हो जायें
मेरे ख्वाब कुछ देर तेरी बाहों में सो जायें
गुलाबी होठ और होठों को दाँतों से दबाना
सीखा है कहाँ से ये बिजलियाँ गिराना
होंठों पे उल्फत का नाम होता है
आँखों में छलकता जाम होता है
तलवारों की ज़रूरत वहां कैसे
जहाँ नज़रों से कत्ल-ए-आम होता है
होठ शायरी
दिल में हर राज दबा कर रहते है
होठो पर मुस्कराहट सजा कर रहते है
ये दुनिया सिर्फ ख़ुशी में साथ देती है
इसलिए हम अपने आंसुओ को छुपा कर रहते है
आज बारिश में तुम्हारे संग नहाना है
सपना ये मेरा कितना सुहाना है
बारिश के कतरे जो तेरे होंठों पे गिरे
उन कतरों को अपने होंठों से उठाना है
होंठों पे आज उनका नाम आ गया
प्यासे के हाथ में आज जाम आ गया
डोले कदम तो गिरे उनकी बाहों में जाके
आज तो पीना भी हमारे काम आ गया
Hoth Shayari In Hindi
काश मेरे होठ तेरे होठ को छू जाएँ
देखूँ जहाँ बस तेरा ही चेहरा नजर आएँ
हो जाए हमारा रिश्ता कुछ ऐसा
होठों के साथ हमारा दिल भी जुड़ जाएँ
वो होठों की लाली आज फिर मुझे बहका रही है
वो बदन की खुशबू आज फिर मुझे महका रही है
मेरी जान अब कटती नहीं तन्हाँ रातें
आ जाओ कि ये बेचैन बाहें तुझे पुकार रही है
तुम जब सामने होती हो
तो होठों पर हंसी होती है
जब तुम मेरे नजरों से दूर होते हो
तो जिंदगी में कुछ कमी सी होती है
Shayari On Hoth
झुकी हुई नज़रों से इज़हार कर गया कोई
हमें खुद से बे-खबर कर गया कोई
युँ तो होंठों से कहा कुछ भी नहीं
आँखों से लफ्ज़ बयां कर गया कोई
होंठ कह नहीं सकते अरमान दिल का
शायद नज़र से वो बात हो जाये
इस उम्मीद में हम करते है इंतजार रात का
की सपने में ही उनसे मुलाकात हो जाये
इश्क़ से उसको जो छू लो तो महक जाती है
बाहों में अपनी जो लू तो बहक जाती है
वो उसका जिस्म है जैसे कि आग का दरिया
अपने होठों से जो चूमूं तो दहक जाती है
Hoth Shayari Hindi
मेरा अपना तजुर्बा है तुम्हें बतला रहा हूँ मैं
कोई लब छू गया था तब कि अब तक गा रहा हूँ मैं
मिटा कर फ़ासले हम प्यार में खो जायें
आ कुछ पल के लिये एक-दूजे के हो जायें
होठों पर हंसी और दिल में ये कैसी तन्हाई है
इश्क़ में तेरे मुझको मिली ये कैसी रूसवाई है
जो बारिश की बूँदे तुम्हारे होठों से टकराती है
वो बारिश की बूँदे मोती में बदल जाती है
होंठ तो मेरे है पर मुस्कान तुम्हारी क्यों हैं
लब्ज़ तो मेरे है फिर उन पर बातें तुम्हारी क्यों है ?
पहले जुल्फ, फिर होठ, फिर दिल पे हावी तेरे नैन हो गये
तुने चार दफा Dp बदली हम चार दफा तेरे फैन हो गये
Hindi Quotes On Lipstick
सुन पगली हम दिल फेक आशिक हैं हर काम में कमाल कर दे
जो वादा करे वो काम हर हाल में कर दे
तुझे Lipstick लगाने की क्या जरुरत
हम तो एसे हैं की तेरा होठो चूम छु कर लाल कर दे
हद से ज्यादा तेरे करीब आने को जी चाहता है
तेरे होठो को होठो से छूने को दिल चाहता है
होठ नहीं आँखे दगा करती हैं
यहीं तो छिपे इश्क को बयाँ करती हैं
दूर बैठ कर भी मुझको वो सताने लगती है
जब वो दाँतों के बीच अपने होठ दबाने लगती है
तेरे लबों की कशिश कुछ यूँ छाई है दिल पे हमारे
कि अब बिन छुए ना चैन आयें लबों को तुम्हारे
Hindi Quotes For Lips
उनके होठों को अपने होठों से छुआ
ऐसा लगा कि मुझे उनसे इश्क हुआ
लबों के जाम में मिठास तो होती है
कभी लेकर देखों कुछ बात तो होती है
जिस दिन जिन्दगी से मुलाक़ात होगी
उस दिन मेरी उससे जी भर के बात होगी
तुम पास हो तो जिन्दगी में क्या गम है
ऐ हुश्न की परी तेरे होंठो में नशा क्या कम है
मेरे लबों की मुस्कान झूठी है
जब वे मेरी जान रूठी है
ना जाने क्यों ये लब उन्हें देख मुस्कुराने लगे
ना जाने क्यों ख़ुद को ही जख्म लगाने लगे
आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते
होंठो से कुछ कह नहीं सकते
फीकी चाय का हम कुछ यूँ लुत्फ़ उठाते है
उसके लबों को छूकर हम मिठास को बढ़ाते है
होठों को अब परेशान न किया जाए
इश्क में इनसे कोई काम न लिया जाए
Hindi Quotes About Lips
लब जब लबों से टकराते है
तो दिल पर बिजलियाँ गिराते हैं
होठों को दबाकर जब धीरे से मुस्कुराती हो
मेरी जान तुम दिल के जर्रे-जर्रे में छा जाती हो
होठों को अजीब सुकून आता है
जब लफ्जों में जिक्र तुम्हारा आता है
है दर्द सीने में मगर होंठों पे जज़्बात नहीं आते
आखिर क्यों वापिस वो बीते हुए लम्हात नहीं आते
तुझ सा कोई जहान में नाज़ुक-बदन कहाँ
ये पंखुड़ी से होंठ ये गुल सा बदन कहाँ
इश्क़ में होठों के काम को आँखों ने किया
मोहब्बत के इक पल में मैंने सदियों को जिया
तेरे खामोश होंठो पर मोहब्बत गुन-गुनाती है
तू मेरी है मैं तेरा हूँ बस ये ही आवाज़ आती है
अपने होठों से तेरा होठ गीला कर दूँ
तू इजाजत दे तो इसे और रसीला कर दूँ
होठों से तेरे होठों को गीला कर दूँ
तेरे होठों को में और भी रसीला कर दूँ
Red Lipstick Quotes
काली जुल्फ़ें और मुस्कुराते होठो की लाली
कितने दीवानों को तुम पागल बना डाली
आज सोच रहा हूं एक गुनाह संगीन कर लूं
उनके होंठो की लाली से खुद के होंठो को रंगीन कर लूं
तेरी काली जुल्फेँ और मुस्कराते होठोँ की लाली
लोगोँ को दीवाना बना देती है
गुलाबी होठ तेरे दिल के मेरे जज्बात
तू मिले तो हो दिल से दिल की बात
गुलाब सी गुलाबी होठ है तेरी
वहीं से शुरू होती है हर अरमान मेरी
तेरे होठ गुलाबी और निगाहें शराबी
और कहती हो मेरे नियत में है खराबी
आओ बता दूं तुम्हे राज की एक बात
तेरे गुलाबी होंठों को छूकर
बिताना चाहता हूं ये दिन और रात
लाल आँखे और होंठ शबनमी
पी के आये हो या खुद शराब हो
Quotes On Beautiful Lips
उसने होठों से छूकर दरिया का पानी गुलाबी कर दिया
हमारी तो बात और थी उसने मछलियों को भी शराबी कर दिया
पायल तेरी झुमकी तेरी और ये जो नथनी नाक की
हुस्न तो जो है सो है ख़लिश है लोगों की आँख की
शब्दों को होठो पर रखकर दिल के भेद ना खोलो
मैं आँखों से सुन सकता हूँ तुम आँखों से बोलो
कल रात ज़िन्दगी से मुलाक़ात हो गई
लब थर-थरा रहे थे मगर बात हो गई
मेरे तेरे होंठ कुछ इस तरह से मिल जायें
कि दिल की हर ख्वाहिशें मुकम्मल हो जायें
उसे पसंद थी आँखे मेरी मुझको उसके लब
फिर भी झगड़ा करते रहते मिलते थे हम जब
न आए लब पे तो काग़ज़ पे लिख दिया जाए
किसी ख़याल को मायूस क्यों किया जाए
होठों से होठ जब टकराते हैं
दिल के एहसास जिन्दा हो जाते हैं
जब से तुम्हारे नाम की मिश्री होंठ पर लगाईं है
मीठा सा गम है और मीठी सी तन्हाई है
Kiss Day Shayari
जब तन्हाई में तुम्हारी याद आती है
तो मेरे होठों पर मुस्कुराहट लाती है
तेरे होठों के छुअन का एहसास है
मेरी होठों की बढ़ गई प्यास हैं
वो लबों को चूम ले तो मैं इश्क का जबाब हूँ
वरना इक मुरझाया हुआ गुलाब हूँ
होठों पे हंसी रुख पे हया याद रहेगी
ऐ हुस्न तेरी शोख अदा याद रहेगी
काश मेरे होठ तेरे होठों को छू जाए
देखों जहा बस तेरा ही चेहरा नज़र आये
तेरे होटों को अपने होटों से धीरे से छूना चाहते हैं
तुझे लेकर अपनी बाहों में तेरा ही होना चाहते हैं
दिल के दर्द को होठों पर मत लाया करों
जो बीत गया उसे सोचकर आँसू मत बहाया करों
होठ तो मेरे है पर मुस्कान तुम्हारी क्यों है
लफ़्ज मेरे है पर बातें तुम्हारी क्यों है
मेरे होठों के करीब है होंठ तेरे ऐसे में शराफ़त का सवाल कहाँ
करने दे जी भर के गुस्ताखियाँ कि अब इजाजत का सवाल कहाँ
Lips Quotes In Hindi
उसके होठों को चूमा तो ये एहसास हुआ
कि सिर्फ़ पानी ही जरूरी नहीं प्यास बुझाने के लिए
मैने कहा तीखी मिरची हो तूम,
वो होंठ चूम कर बोली और अब ?
अच्छा नहीं लगता होठो पर
उंगलियाँ रखकर तुम्हारा चुप कराना
कुछ इस तरह से हमें चुप करा दो
होठों को होठों से टकराने दो
माना घाव गहरे है दर्द इश्क ने दिए है
पर होठ कभी मुस्कुराने का हुनर भूलतें नहीं
वो पिला कर जाम लबों से अपनी मोहब्बत का
अब कहते है, नशे की आदत अच्छी नहीं होती
उनके होंठो 💋 को देखा तब एक बात उठी ज़हन में
वो लफ्ज़ कितने नशीले होंगे जो इनसे हो कर गुज़रते है
पूछा जोहमने उससे कि क्या
सबूत हैं तुम्हें भी प्यार है हमसे
चुम 💋 कर वो होंठों को मेरे बोली
लो मोहर लगा दी हमने
बहुत शौक है न मुझे मार डालने का तुझे
एक काम करो लगा के ज़हर होंठो पे
मेरी बाहों मे आ जाओ
मेरे होंठों पे अपनी प्यास रख दो और फिर सोचो
कि इसके बाद भी दुनिया में कुछ पाना ज़रूरी है
अज़ान-ए-इशक़ देती हैतेरे रुखसार की मस्जिद
इजाज़त हो तो होठों से इक सज्दा प्यार का कर लूँ
कभी तुम नाराज हुए तो हम झुक जायेंगे
कभी हम नाराज हुए तो मेरे होठों को चूम लेना
मुक़द्दस मुस्कुराहट माँ के होंठों पर लरज़ती है
किसी बच्चे का जब पहला सिपारा ख़त्म होता है
अच्छा लगता है मेरे होठों पर रख कर अपनी उंगली
जब बोलते हो तुम, अब चुप भी रहो तुम
लहराते बाल, कजरारे आँख और रसीले होठ
कत्ल करने के लिए ये औजार काफी है
मेरे होठों पे उँगलियाँ क्यूँ रख दी तुमने सनम
चुप ही कराना था तो होठ रख देती
Romantic Quotes On Lips
लबों से अब उनका नाम नही लेते हैं
ये काम मेरे दिल की धड़कने कर रही हैं
अब भला किस्मत में कहाँ वो छलकते पैमाने
हम तो यादों के जाम चूम कर सूखे होंठ भिगो लेंते हैं
जिसे याद करने से होंठों पर मुस्कुराहट आ जाए
एक ऐसा खूबसूरत ख़याल हो तुम
जिसे याद करने से होंठों में मुस्कुराहट आ जाए
एक ऐसा खूबसूरत ख्याल हो तुम
मैं इक फकीर के होंठों की मुस्कुराहट हूँ
किसी से भी मेरी कीमत अदा नहीं होती
एक बार उसके रोने पर उसके होंठो को क्या चुमलिया
अब तो पगली हर रोज रोने का बहाना करती है
होंठो पे हंसी तो हो मगर
आँखों में बरसात ना आये
अफ़ीमी आखें, शर्बती गाल, और शराबी लब,
खुदा ही जाने नशे में तुम हो या तुममें नशा
होंठ मिला दिए उसने मेरे होंठो से यह कह कर
अगर शराब छोड़ दोंगे तो ये जाम रोज मिलेगा
छलकते होठो से छू के
होठो को उन्होंने प्याला बना डाला
पास आई कुछ वो ऐसे
जिन्दगी को उन्होंने मधुशाला बना डाला
उसने होंठों को अपने दांत में दबा के मुझसे कहा
मैं दबाऊं तो दर्द क्यों ? तुम दबाओ तो लुत्फ़ क्यों
ज़रा सा बात करने का सलीक़ा सीख लो तुम भी
इधर तुम होठ हिलाते हो उधर दिल टूट जाते है
मोहब्बत भी कितना प्यारा शब्द है पूरा कहने से
पहले ही एक होठ दूसरे होठ को चुम लेते है
गजब की है फरमाइशें इस दिल-ऐ-नादान की
वो होते हम होते और होंठों पे होंठ होते
बहुत शरारती है तेरी आवारा नथनी
जेवर का बहाना बनाकर होठों के पास रहती है
होंठो कि हंसी को न समझ हकीकत-ए-जिन्दगी,
दिल में उतर कर देख हम कितने उदास हैं तेरे बिन
मेरे लबों के हंसी को हकीकत मत समझना
तेरे बिना दिल में उदासियों का समन्दर बसता है
होठो पे होठ रख कर सो गए है
यह कह कर गर्मी की रात है कहीं प्यास ना लग जाए
थम सी गयी जिंदगी जब उन्होंने अपने होंठो से चूमकर कहा
हो गयी जिद्द पूरी अब जाने दो कोई देख लेगा
लहराती जुल्फे, कजरारे नयन, और ये रसीले होंठ
बस कत्ल बाकी है, औज़ार तो सब पुरे हैं
तेरे होंठो को देखा तो एक बात उठी जहन में
वो लफ्ज़ कितने नशीले होंगे जो इनसे होकर गुजरते है
चूम कर मेरे होंठों को वो एक अदा से बोली
सच बता दिल में तेरे और भी अरमान हैं की बस
कैसे बयां करे हम आपको ये दिल का हाल
की तुम ही हो जिसके बिना हम रह नहीं सकते
गुलाब भी बेरंग हो गया शर्मा कर
देखी जो रंगत लब-ए-दिलदार की
लब उनके हमारे लबों से कुछ यूँ टकरायें
कल तलक गमगीन रहने वाले हम आज
खिलखिलाये और खुल कर शरमायें
पीने से कर चुका था मैं तौबा मगर
तेरे होंठों का रंग देख के नीयत बदल गई
मुझसे अच्छा तो तेरे होंठों पर निखारा तिल है
जब मुस्कुराती है तू दुनियाँ को नज़र आता है
तुम मुझे कभी दिल से कभी आँखों से पुकारो
ये होठों के तकल्लुफ तो ज़माने के लिए होते हैं
नाम तेरा कभी आने न दिया होंठों पर
यूँ तेरे जिक्र से शेर सँवारे हैं बहुत
माफ़ करना मेरी गुस्ताखियाँ कुछ बढ़ गई है
अब मैं तेरे तस्वीर में तेरे होठों को चूम लेता हूँ
होठो पर होठ रखकर सो गये हैं
कि गर्मी के मौसम में कहीं प्यास न लग जाएँ
बहक न जाये कहीं लौ की नीयत
होठों से दिया तुम बुझाया न करो
निकल रहा था सुबह तक मेरे होठो से खून
रात को इस कदर तेरी तस्वीर को चूमा था मैंने
बहुत फूल देखे पर वो रंग न देखा
जो तेरे ख़ूबसूरत होठों का था
इज़हार कर देना वरना होंठ
एक ख़ामोशी उम्रभर का इंतजार बन जाती है
नथनी तो थी ही कमाल की साहब
और होंठ खैर छोड़िए जाने दीजिए
उसने अपने होठो से मेरे होठो को नहीं
मेरे दिल को मुकम्मल छुआ है
कभी मुँह मे उसका नाम तो कभी सिगरेट का साथ
होंठो ने हमेशा चिंगारी ही पसंद की
वो सुर्ख होंठ और उनपर जालिम अंगड़ाईयां
तू ही बता ये दिल मरता ना तो क्या करता
लाल सुर्ख होठ और उन पर ये कातिल मुस्कान
तू ही बता ये दिल मरता न तो क्या करता
हुई जो तेरे होठों की तलब
हमने खिलता हुआ गुलाब चूम लिया
रख दे मेरे होठो पे अपने होंठ कुछ इस तरह
या तेरी प्यास बुझ जाये या मेरी साँस रुक जाये
जबसे तुम्हारे नाम की मिश्री होंठ लगाई है
मीठा सा गम् है और मीठी सी तनहाई है
उनका गुलाबी होठ भी एक सवाल है
जिसका किसी के पास जबाब नहीं है
होंठो पर शिक़ायत का क़ाफिला है
और आँखों में गले लगाने की तलब
तुम्हारे आँखों के आँसू रूक जाए
इसलिए होठो को चूम लिया
तुम हर दिन दोने का बहाना मत ढूँढा करो
अजीब तरीका है उस पगले के जबाव माँगने का
होठों पर होंठ रख कर पुछता है, कुछ तो बोलो
इन होंठो को परदे में छुपा लिया किजीये
हम गुस्ताख लोग हैं नजरों से भी चूम लिया करते हैं
कैसे इज़हार करे हम आपको ये दिल का हाल
की तुम ही हो जिसके बिना हम रह नहीं सकते
छू लेने दो नाज़ूक होठों को कुछ और नहीं है जाम है ये
कुदरत ने जो हमको बख़्शा है वो सब से हसीं इनाम है
मैंने कहा तीखी मिर्ची हो तुम
वो होठों चूम कर बोली और अब
उसके होंठों को चूमा तो अहसास ये हुआ
एक पानी ही ज़रूरी नहीं प्यास बुझाने के लिए
तूने चूम कर मेरे लबों को मदहोश कर दिया
जान अब तेरे दिल पर अपने होठों के निशान देखने है
उसके सामने सिगरेट पिया तो उसने
कातिलाना सवाल पूछ लिया
क्या इसकी तलब मेरे होंठों से ज्यादा हैं
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