Hath Shayari
प्यार मे जुदाई भी होती है
प्यार मे बेवफाई भी होतीं है
थाम के देख मेरा हाथ पता चलेगा
प्यार मे सचाई भी होती है
सदाकत खुद-ब-खुद करती है शोहरत इस जमाने में
कभी खुशबू भी कहती है मुझे तुम सूंघ कर देखो
बड़ी ही खूबसूरत शाम हुआ करती थी वो तेरे साथ की
अब तक खुशबू नही गई मेरी कलाई से तेरे हाथ की
होंठों पे आज उनका नाम आ गया
प्यासे के हाथ में आज जाम आ गया
डोले कदम तो गिरे उनकी बाहों में
जाके आज तो पीना भी हमारे काम आ गया
घर से दूर हैं तो घर की याद आती है
वो बचपना, वो छोटी सी मुहब्बत याद आती है
कभी मन होता है कि भूल जायें सब कुछ मगर
हाथ जलता है जब तवे से तो माँ की याद आती है
Hath Kata Hua Shayari
काटकर हाथ अपना तुम
क्या साबित करना चाहते हो
बात तो प्यार मोहब्बत की करते हो
क्या माँ-बाप के प्यार के बारें में सोचते हो
मेरे हाथ में तेरा हाथ हो
जीवन भर बस तेरा साथ हो
सुख ही सुख की बरसात हो
जब मेरा प्यार मेरे साथ हो
वो अपने मेहंदी वाले हाथ मुझे दिखा कर रोई
अब मैं हुँ किसी और की ये मुझे बता कर रोई
कैसे कर लुँ उसकी महोब्बत पे शक यारो
वो भरी महफिल में मुझे गले लगा कर रोई
Hath Ki Lakeer Shayari
तेरे हाथ की काश मैं वो लकीर बन जाऊं
काश मैं तेरा मुक़द्दर तेरी तक़दीर बन जाऊं
मैं तुम्हें इतना चाहूँ कि तुम भूल जाओ हर रिश्ता
सिर्फ मैं ही तुम्हारे हर रिश्ते की तस्वीर बन जाऊं
ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी
पर हाथो में तेरे नाम की लकीर नहीं थी
मेरे हाथों की लकीरों में तू नही
पर मेरे दिल में तेरे सिवा कोई और नही
बात करनी थी बात कौन करे
दर्द से दो-दो हाथ कौन करे
हम सितारे तुम्हें बुलाते हैं
चाँद न हो तो रात कौन करे
हाथ अगर जुड़कर रहते है तो प्रणाम बन जाते है
संकल्पों की पुन्यवेदी पर सभी काम बन जाते है
अगर आत्मा रहे निरंतर मन के मांस के संग में
तो पर पीड़ा पीने वाले स्वयं राम बन जाते है
पैसे के हाथ में कितना दम है
मिल जाये जिसे उसे क्या गम है
हर इंसान इसके पीछे मर रहा है
जबकि उसकी जरूरते बहुत कम है
Hath Ki Shayari
नज़रों से ना देखो हमें तुम में हम छुप जायेंगे
अपने दिल पर हाथ रखो तुम हम वही तुम्हें मिल जायेंगे
इन्सान जब दिल के हाथों मजबूर होता है
तो झूठे प्यार पर भी बड़ा गूरूर होता है
तू जब हाथ पकड़ती है तो अच्छा लगता है
तेरी हर अदा देखकर तेरा प्यार सच्चा लगता है
पूछा जो मेने उनसे प्यार करोगे कब तक
रख के दिल पे हाथ कहा धड़केगा दिल ये जब तक
मेरे हाथों में तू अपना हाथ दे दें
जिन्दगी खुशी से गुजर जाएं अगर तू साथ दे दें
Hath Thama Shayari
सँवर जाऊँ अगर तू मेरा हाथ थाम ले
बिखर जाऊँ खुशबू सी गर तू एक बार देख ले
हो जाए मुकम्मल चाहत मेरी भी अगर
मेरी बिंदिया और मेहंदी में तू अपना नाम लिख ले
रिश्तों में निखार सिर्फ हाथ मिलाने से नहीं आता है
विपरीत हालातों में हाथ थामे रहने से आता है
दिल की धड़कन से एहसास तुम्हारा होता है
थामे कोई हाथ तो वो हाथ तुम्हारा होता है
ख़्वाब आँखों से गए नींद रातों से गई
वो गया तो ऐसे लगा ज़िंदगी हाँथो से गई
तेरे इन खूबसूरत हाथों को अपने हाथ में ले लूँ
तू इशारा करे तो जीवन भर के लिए साथ में ले लूँ
अगर अपने हाथों से दान नही किया
तो आपने अपने हाथों का सदुपयोग नहीं किया
खुदा भी उसके साथ होता है
जिसे भरोसा खुद के हाथ पर होता है
हाथ हर किसी से मिलाया करो
पर दिल सिर्फ दिलवाले से ही मिलाया करो
न फितरत ये रही मेरी कि आगे हाथ फैलाऊँ
है इससे अच्छा तो नहीं इसी पल मर न क्यूँ जाऊ
जिसके हाथों में जान होती है
उसकी इस दुनिया में पहचान होती है
Hath Se Likhi Hui Shayari
हमारी मुठ्ठी में होती है हमारे हाथों की रेखा
पर उन रेखाओ में लिखी किस्मत बदल नहीं सकते
अजीब सी पहेलियाँ हैं मेरे हाथों की लकीरों में
लिखा तो है सफ़र मगर मंज़िल का निशान नहीं
हर किसी के हाथ में बिक जाने को हम तैयार नहीं
यह मेरा दिल है तेरे शहर का अख़बार नहीं
कुछ लोग किस्मत के भरोसे होते है
कुछ लोग अपने हाथों से किस्मत बदल देते है
साथ में दोस्त हो हाथ में जाम हो
जिंदगी जीने का बस मज़ा ही मज़ा हो
Hath Shayari In Hindi
तेरा मिलना भी क्या खूब अहसास तो था
कुछ पल ही सही हाथों में तेरा हाथ तो था
हाथ थामे रखना यारों इस दुनिया मे भीड़ भारी हैं
खो ना जाऊँ कहीं ये जिम्मेदारी कुछ तुम्हारी हैं
मेरी शक्ल पे मत जाइये जनाब दिल में गंगा है
दिमाग मे पंगा है, हाथ में डंडा है, बाक़ी सब चंगा मँगा है
Hath Ke Upar Shayari
एक पंडित ने कहा तू मेरी हाथो की लकीरो में नहीं है
कोई बात नहीं, मेरी हर साँस में तो बस तू ही तू है
तेरे हाथ थाम कर ज़िन्दगी की राहो पर चलना चाहता हूँ
फिर ख़ुशी मिले या दुःख ये मेरा नसीब है
हम तो पागल है जो शायरी में ही दिल की बात कह देते है
लोग तो गीता पे हाथ रखके भी सच नहीं बोलते
नमक को हाथ मे लेकर सितमगर सोंचते क्या हो
हजारों जख्म है दिल पर जहाँ चाहो छिड़क डालो
हम हमेशा कहते है कि ईश्वर ने क्या दिया है
बिना हाथों का प्रयोग किये कुछ जी कर देखना
वो अक्सर ज्योतिष को हाथ दिखाकर
नसीब पुछती थी अपना
एक बार मुझे हाथ थमा देती तो
नसीब बदल जाता उसका
मुझे मालूम है मां की दुआएं साथ चलती हैं
सफ़र की मुश्किलों को हाथ मलते मैंने देखा है
Hath Love Shayari
ठान लिया था कि अब और
नहीं पियेगें चाय उनके हाथ की
पर उन्हें देखा और लब बग़ावत कर बैठे
देखता रहता हूँ हाथों की लकीरों को दिन रात
यार का दीदार कहीं लिखा हो शायद
मेरे दिल पे हाँथ रखकर धड़़कन महसूस तो करो
तुमसे चंद घंटे भी बात न हो तो घबराने लगता है
मेहनती और मजदूर हूं
साहिबा क्या मेरा हाथ थाम सकोगी आप
तू मेरे दिल पे हाथ तो रख
हम तेरे हाथ पे दिल रख देंगे
आज उसने अपने हाथ से पिलायी है यारो
लगता हैआज नशा भी नशे मे हैं
कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना
हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता हैं
तूफान भी आना जरुरी है जिंदगी में
पता तो चलता है की कौन हाथ थामे रहता है
और कौन साथ छोड़ देता है
Hath Shayari 2 Line
कोई सूरज तो मिले कोई सहारा तो बने
चाँद का हाथ मिरे हाथ से फिर छूट गया
गिरा पलकों से अश्क़ तो सोचा ना था
रुख़सार पर हाथ तेरे संभाल लेंगे उन्हें
हाथ की लकीरें पढने वाले ने तो
मेरे होश ही उड़ा दिये
मेरा हाथ देख कर बोला
तुझे मौत नहीं किसी की चाहत मारेगी
हाथ पर हाथ रखा उसने तो मालूम हुआ
अनकही बात को किस तरह सुना जाता है
चाहने वाले को दिल में बसाने से कुछ नही होता है
हाथों में चाहत की रेखा भी होनी चाहिए
छूट गया हाथों से वो मेरे कुछ इस कदर
रेत फिसलती है जैसे बन्द मुट्ठी से
हमने पूछा कैसे वो चले गए
हाथों मे जाम देकर
मैंने तो अपने दिल पे हाथ रखके
उनके फैसले का इंतज़ार किया
लेकिन उन्होंने आँखे बंद करके
नज़र ही झुका ली
Shayari On Hath
तुम्हारे साथ चलना और तुम्हारा हाथ थामना
उतना ही प्यारा लगता है जितना कि तुम खुद हो
उस अजनबी से हाथ मिलाने के वास्ते
महफ़िल में सब से हाथ मिलाना पड़ा मुझे
खाली हाथों को कभी गौर से देखा है
किस तरह लोग लकीरो से निकल जाते है
तू जरा हाथ मेरा थाम के देख तो सही
लोग जल जायेगें महफ़िल मे चिरागो की तरह
नफरत में खुद को यूँ जलाया ना करो
दिल ना मिले तो हाथ मिलाया करो
थाम लूँ तेरा हाथ और तुझे इस दुनिया से दूर ले जाऊं
जहाँ तुझे देखने वाला मेरे सिवा कोई और ना हो
तुमसे ना कट सके गा अंधेरों का ये सफ़र
के अब शाम हो रही है मेरा हाथ थाम लो
किस्मत अच्छी हो तो
हाथ से मिट्टी को भी छू दो तो
वह सोना बन जाता है
उसने क्या तुम्हारा हाथो छोड़ा
तुम जिन्दगी छोड़ने की बात करते हो
काश हम उनके बूथ के मतदान अधिकारी होते
हाथ थाम लेते उनका स्याही लगाने के बहाने
हम ने सोचा था कि उन का हाथ होगा हाथ में
क्या ख़बर थी हाथ में बस चिट्ठियाँ रह जाएँगी
हाथ थामे जिनका चले थे कभी
अब तनहा इस दिल में लिए घुमते है उन्हें
न हाथ थाम सके, न पकड़ सके दामन
बड़े क़रीब से उठकर चला गया कोई
जब जब मैने दर्द लिखा
शब्दो ने मेरे हाथ पकड़ लिए
है जज़्बात समझना भी जरुरी
सिर्फ हाथ थामना मोहब्बत नहीं होता
ईश्वर ने तुम्हें हाथ दिया है
अगर तुम अपने लक्ष्य को प्राप्त न कर सको तो
किसी दूसरे को दोष मत दो
जब भी तेरी याद आती है तब मै अपने दिल पे हाथ रखता हूं
क्युकी मुझे पता है तू कही नही मिले तो यहा जरुर मिलेगी
जब भी खाली हाथ थे और अब भी खाली हाथ हैं
ले के हम दुनिया में क्या आये थे क्या ले कर चले
जो मुँह से नहीं बोल पाते है वो हाथों से बोलते है
हाथों की एक अपनी भाषा होती है
पूरी दुनिया से लड़ सकते है हम एक हाथ से
अगर मेरे दूसरे हाथ में तेरा हाथ हो
बच्चों से पिता का यह प्रेम होता है
कमजोर पकड़ भी बड़ी मजबूत होती है
भीड़ में तेरा हाथ थाम कर जब संग चला था
वो एक पल में मैंने सदियों जी लिया था
एक तेरा ही नशा हमें मात दे गया वरना
मयखाना भी हमारे हाथ जोड़ा करता था
अपनी मर्ज़ी का बड़ा हाथ है इस रोने में
जितने आँसू हैं रुलाने पे नहीं आते हैं
जिक्र उस का ही सही बज़्म में बैठे हो फ़राज़
दर्द कैसा भी उठे हाथ न दिल पर रखना
समय और साबुन के अलावा अगर कोई
चीज हाथ से फिसलती है तो वह है आम की गुठली
अब कहा जरुरत है हाथों मे पत्थर उठाने की
तोड़ने वाले तो जुबान से ही दिल तोड़ देते
दिल से मिलने की तमन्ना ही नहीं जब दिल में
हाथ से हाथ मिलाने की ज़रूरत क्या है
दुनिया तो दुनिया वालों को ही मुबारक हो
मेरे हाथ में तो बस तुम अपना हाथ रख दो
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