Dua Shayari
वफ़ाओ की बातें की जफ़ाओ के सामनेले चले हम चिराग हवाओं के सामनेउठे है जब भी हाथ बदली है किस्मतेंमजबूर है खुदा भी दुआओं के सामने
जब कभी दिल दुआ देगातो नफ़रत को मिटा देगाये बेचारा इंसान क्या देगाजो भी देगा खुदा देगा
चाँद निकलेगा तो लोग दुआ मांगेंगेहम भी अपने मुकद्दर का लिखा मांगेंगेहम तलबगार नहीं दुनिया की दौलत केहम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे
तुम दुआ हो मेरी सदा के लिएमै जिंदा हूँ तुम्हारी दुआ के लिएकर लेना लाख शिकवे हमसेमगर कभी खफा न होना खुदा के लिए
दुआ शायरी
कामयाबी के हर शिखर पर तुम्हारा नाम होगातुम्हारे हर कदम पर दुनिया का सलाम होगाहिम्मत से मुश्किलों का सामना करना दोस्तदुआ है कि वक्त एक दिन तुम्हारा गुलाम होगा
हमारे सब्र का इम्तिहान न लीजियेहमारे दिल को यूँ सजा न दीजियेजो आपके बिना जी न सके एक पलउन्हें और जीने की दुआ न दीजिये
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जीने की उस ने हमे नई ऐडा दी हैख़ुश रहने की उसने हमे दुआ दी हैऐ खुदा उसको खुशियाँ तमाम देनाजिसने अपने दिल में हमें जगह दी है
Dua Shayari In Hindi
जब भी मिलते हैं तो जीने की दुआ देते हैंजाने किस बात की वो हम को सज़ा देते हैंमेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न देमैं हूँ दर्द-ए-इश्क़ से जाँ-ब-लब मुझे ज़िंदगी की दुआ न दे
Dua Love Shayari
तू ही मिल जाए मुझे बस इतना ही काफी हैमेरी हर सांस ने बस यही दुआ मांगी हैजाने क्यूँ दिल खिंचा जाता है तेरी तरफक्या तूने भी मुझे पाने की दुआ मांगी है
जब भी तन्हाई में आपकी याद आती हैतब मेरे होठों पर बस एक ही फ़रियाद आती हैखुदा आपको जिन्दगी में हर ख़ुशी दे देक्योंकि हमारी ख़ुशी आपके बाद आती है
Dua Shayari 2 Lines
सुनते है कि मिल जाती है हर चीज दुआ सेवो क्यों नहीं मिलता जिसे माँगा था खुदा से
क्या पता उसको कि वो मुझ को सज़ा देता हैवो तो मासूम है जीने की दुआ देता है
लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होतीबस एक माँ है जो मुझसे खफ़ा नहीं होती
ऐसे माहौल मे दवा क्या है दुआ क्या हैजहाँ कातिल ही खूद पूछे की हुआ क्या है
जो औरों के लिए दुआ करते हैउनके हक़ में फरिश्तें दुआ करते है
वो जो दूसरो के लिए दुआ करता हैदुआएँ खुद उसकी खुदा करता है
Dua Wali Shayari
हर एक दुआ में हम तो यही कहते हैंवो सदा खुश रहें जो दिल में मेरे रहते हैं
तुम लाख दुआ कर लो मुझसे दूर जाने कीमेरी दुआ भी उसी खुदा से है तुझे मेरे करीब लाने की
दुआ करो कि ये पौधा सदा हरा ही लगेउदासियों में भी चेहरा खिला खिला ही लगे
या ख़ुदा मेरी दुआओं में इतना असर कर देखुशियाँ उसे दर्द उसका मुझे नजर कर दे
Dua Ki Shayari
गुजरे जिधर से तू वो मेरा रास्ता न होअब के बरस दुआ है तेरा सामना न हो
नाकाम हैं असर से दुआएँ दुआ से हममजबूर हैं कि लड़ नहीं सकते ख़ुदा से हम
दिल से भेजी है दुआ रब से जरूर टकराएगीमेहनत कर रहा हूँ न जाने कब तक़दीर बदल जायेगी
जिसे मैं की हवा लगीउसे फिर ना दवा लगीना दुआ लगी
Dua Shayari For Love
दुआ करो मैं कोई रास्ता निकाल सकूँतुम्हे भी देख सकूँ, खुद को भी सम्भाल सकूँ
मैं उसकी जिन्दगी से चला जाऊं यह उस की दुआ थीऔर उस की हर दुआ पूरी हो यह मेरी दुआ थी
बर्बाद-ए-मोहब्बत की दुआ साथ लिए जाटूटा हुआ इक़रार-ए-वफ़ा साथ लिए जा
ऐ दिल न अक़ीदा है दवा पर न दुआ परकम-बख़्त तुझे छोड़ दिया हम ने ख़ुदा पर
में वो काम नहीं करता हूँ जिसमे खुदा मिलेमें बस वो करता हूँ जिसमे दुनिया की दुआ मिले
फ़लक तक साथ चलने की न दुआ कीजिएज़िंदा हूँ ज़मीं पर मैं पहले यहाँ वफ़ा कीजिए
Dua Shayari For GF
दिल मर चुका है अब न मसीहा बना करोया हँस पड़ो या हाथ उठा कर दुआ करो
सख्त राहों में भी आसान सफर लगता हैये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है
ये ज़िंदगी सज़ा के सिवा और कुछ नहींहर साँस बद-दुआ के सिवा और कुछ नहीं
जब लगें ज़ख़्म तो क़ातिल को दुआ दी जाएहै यही रस्म तो ये रस्म उठा दी जाए
राहों पे नज़र रखना होठों पे दुआ रखनाआ जाये कोई शायद दरवाजा खुला रखना
या रब ग़म-ए-हिज्राँ में इतना तो किया होताजो हाथ जिगर पर है वो दस्त-ए-दुआ होता
Dua Shayari Dosti
दुआ में दोस्तों की खुशियाँ माँगता हूँउन्हें खुश देखकर मैं खुश होना जानता हूँ
दोस्ती खुशी है दोस्ती दुआ हैदोस्ती अहसास है दोस्ती खुदा है
यह किस्से सभी को सुनाते नही हैमगर दोसतो से छुपाते नही है
Dua Shayari SMS
नहीं माँगता ऐ खुदा कि जिन्दगी सौ साल की देभले ही दे चन्द लम्हों की लेकिन कमाल की दे
मैंने रब से एक गुजारिश की हैतेरे चेहरे पे हंसी की सिफ़ारिश की है
वो दुआ करे तो बद्दुआ सी लगती हैउसकी मोहब्बत अब सजा सी लगती है
मुद्दतें हो गयी हैं खता करते हुएशर्म आती है अब तो दुआ करते हुए
जिन्दगी भर तेरी ख़ुशी की दुआ करता रहूँगामुझे मौत आये तुझसे पहले अपने लिए इतनी दुआ करूंगा
परवाह नहीं अगर ये जमाना खफा रहेबस इतनी सी दुआ है दोस्त मेहरबां रहे
काश हमारी दुआओं का इतना असर हो जायेहमारे दिल का हाल जो है वो उनको खबर हो जाये
दुआ शायरी 2 लाइन
मेरा मजहब तो ये दो हथेलियाँ बताती हैजुड़े तो पूजा और खुले तो दुआ कहलाती है
तेरे दर्दे दिल की दवा हम करेंगेन कुछ कर सके तो दुआ हम करेंगे
खूबसूरत है वो लब जिन पर दूसरों के लिए कोई दुआ आ जाएखूबसूरत है वो मुस्कान जो दूसरों की खुशी देख कर खिल जाए
जब खुदा किसी का इम्तिहान लेता हैउस दौर में दुआएं कबूल नही होती है
जिसे बेटे ने माँ-बाप को भला बुरा सुनाया हैमाँ-बाप ने उसके लिए खुशियों का दुआ फ़रमाया है
सताते ना हम तो मनाते ही कैसेतुम्हें अपने नज़दीक लाते ही कैसे
प्यारी माँ मुझको तेरी दुआ चाहिएतेरे आँचल की ठंडी हवा चाहिए
कोई चारह नहीं दुआ के सिवाकोई सुनता नहीं ख़ुदा के सिवा
तुम तो दुनिया से निराली ही सजा देते होकितने चालाक हो क़ातिल दुआ देते हो
न जाने कितनी दुआओं का सहारा होगाजब वो हमारा सिर्फ हमारा होगा
जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती हैमाँ दुआ करती हुई ख्वाब में आ जाती है
रब से बस यही दुआ है कोई ऐसा आयेजो जिन्दगी को खूबसूरत बनाये
इस ईद पर रब से इबादत में यही दुआ मांगोअपने मुल्क में अमन के साँस का जहाँ मांगो
मरज़-ए-इश्क़ जिसे हो उसे क्या याद रहेन दवा याद रहे और न दुआ याद रहे
Blessing Quotes In Hindi
मैं फकिरों से भी करती हूं तिजारत अक्सरकुछ पैसों में लाखों की दुआ देते हैं
अब कहाँ ऐसी तबीअत वालेचोट खा कर जो दुआ करते थेबात फूलों की सुना करते थेहम कभी शेर कहा करते थे
दौलत वालों को दवा मिल जाती हैग़रीबों के हक़ दुआएं हमेशा कबूल हो
उल्फत-ए-यार में खुदा से और माँगू क्याये दुआ है कि तू दुआओं का मोहताज न हो
मैं ज़िंदगी की दुआ माँगने लगा हूँ बहुतजो हो सके तो दुआओं को बे-असर कर दे
न चारागर की ज़रूरत न कुछ दवा की हैदुआ को हाथ उठाओ कि ग़म की रात कटे
कैसे दे दूँ बद्दुआ उसे मैंएकलौती दुआ थी मेरी कभी वो
Dua Shayari For Whatsapp
तुम्हारी यादो से है मेरी जिदंगी मे रौनकइसलिये अपनी नही तुम्हारी जिदंगी की दुआ करते है
न जाने कौन मेरे हक़ में दुआ पढ़ता हैडूबता भी हूँ तो समुन्दर उछाल देता है
ना जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआआज तबियत में जरा आराम सा है
अगर आम बोने से आम मिलते हैं और नीम बोने से नीमआओ लगाकर देखें फसल दुआ कीन कोई भूखा रहे, और न कोई यतीम
जान तुम पर निसार करता हूँमैं नहीं जानता दुआ क्या है
जलील न किया करो किसी फ़क़ीर को अपनी चौखट से साहबवो सिर्फ भीख लेने नहीं दुआ देने भी आते हैं
Dua Shayari For Facebook
जाते हो ख़ुदा-हाफ़िज़ हाँ इतनी गुज़ारिश हैजब याद हम आ जाएँ मिलने की दुआ करना
दुआ कौन सी थी हमे याद नही बस इतना याद हैदो हथेलियाँ जुड़ी थी एक तेरी थी एक मेरी थी
लोग जिस हाल में मरने की दुआ करते हैंमैं ने उस हाल में जीने की क़सम खाई है
जान तक देने की बात होती है यहाँ परयकीन मानियेदुआ तक दिल से नही देते है लोग
नाम होंटों पे तेरा आए तो राहत सी मिलेतू तसल्ली है, दिलासा है, दुआ है क्या है
अब इस से बढ़ के और भी कुछ बे-कसी होगीइलाही अब तो मिरा दिल दुआ भी भूल गया
सिर झुकाने की खूबसूरती भी क्या कमाल की होती हैधरती पर सिर रखा और दुआ आसमान में क़ुबूल हो जाती है
कहाँ से चले, कहाँ के लिएये खबर नहीं थी मगर कोई भी सिराजहाँ जा मिला वही तुम मिलोगेके हम तक तुम्हारी दुआ आ रही थी
Dua Shayari For Instagram
इस दौर में दूर से ही दुआ सलाम का रिश्ता अच्छा हैकरीब आने पर अक्सर दूर हो जाते हैं लोग
एक बार फिर निकल पड़ा हूँ मुहब्बत की राहों मेदुआ करना दोस्तों इस को और बेवफा ना मिले
यकीन और दुआ नज़र नहीँ आती मगरमेरे दिल को खुशनुमा जरूर बना देती है
पिछला साल बातों में बित गयादुआ करो ये साल मुलाकातों में बीते
महफ़िल थी दुआओ की, हमने भी एक दुआ की,तुम खुश रहो सदा, मेरे साथ भी मेरे बाद भी
और क्या कहूँ? छोटी-मोटी चोरीरिश्वतखोरी करती है अपना गुजारा यहाँआप की दुआ से बाकी ठीक ठाक है
दुआ है कि वो मेरी जिन्दगी में आयेकब तक ख़्वाबों में उनका दीदार करें
वो बड़ा रहीम ओ करीम है मुझे ये सिफ़त भी अता करेतुझे भूलने की दुआ करूँ तो मिरी दुआ में असर न हो
शबनम की जगह आग की बारिश हो मगर हममंसूर न माँगेंगे दुआ और तरह की
मां ने जिस चांद सी दुल्हन की दुआ दी थी मुझेआज की रात वह फ़ुटपाथ से देखा मैंनेरात भर रोटी नज़र आया है वो चांद मुझे
Dua Status
मे बद्दुआ तो नही दे रहा हुँ उसकोमगर दुआ बस यही है किउसे मुझ जैसा फिर कोई ना मिले
कुछ लोग किस्मत की तरह होते हैजो दुआ से मिलते हैऔर कुछ लोग दुआ की तरह होते हैंजो किस्मत से मिलते है
अब और क्या तिरा बीमार बाप देगा तुझेबस इक दुआ कि ख़ुदा तुझ को कामयाब करे
दुआ का रंग नही होता मगरये रंग ले आती है
दुआ को हात उठाते हुए लरज़ता हूँकभी दुआ नहीं माँगी थी माँ के होते हुए
मुद्दते हो गयी गुनाह करते करतेशर्म आती है अब दुआ करते हुए
नसीब की बात मत करोदुआ तकदीर बदल देती है
ज़ख़्म और पेड़ ने इक साथ दुआ माँगी हैदेखिए पहले यहाँ कौन हरा होता है
तू मांग तो सही अपनी दुआओ मे बददुआ मेरे लिएमै हंसकर खुदा से आमीन कह दूँगा
सब कुछ ख़ुदा से माँग लिया तुझको माँग करउठते नहीं हैं हाथ मेरे इस दुआ के बाद
काश कि बचपन में ही तुझे मांग लेतेहर चीज मिल जाती थी दो आँसू बहाने से
दुआ कभी खाली नहीं जातीबस लोग इंताजर नहीं करते
झुका लेता हूँ अपना सर हर मज़हब के आगेपता नहीं किस दुआ में तुझे मेरा होना लिखा हो
इसी दिन का चाहत को अरमान थाक़ुबूल आज दिल की दुआ हो गई
मैं क्या करूँ मेरे क़ातिल न चाहने पर भीतेरे लिए मेरे दिल से दुआ निकलती है
ख़ुदा के नाम पे जिस तरह लोग मर रहे हैंदुआ करो कि अकेला ख़ुदा न रह जाए
कोई दुआ कभी तो हमारी क़ुबूल करवर्ना कहेंगे लोग दुआ से असर गया
बहुत असर रखता है हर लफ्ज़ उसकी जुबान काए काश के वो मुझसे मिलने की दुआ मांगे
जिसको भी देखा तङपते हुए देखा हमनेये मुहब्बत किसी फक़ीर की बद्दुआ सी लगती है
ये सलीक़ा कि मोहब्बत ने सिखाया है हमेंज़ख़्म हँसते हुए खाते हैं दुआ करते हैंहर शख़्स बन गया है ख़ुदा, तेरे शहर मेंकिस किस के दर पे माँगीं दुआ तेरे शहर में
तुझ सा बेदाद-गर कहाँ होगालब-ए-हर- ज़ख्म ने दुआ दी हैआख़िर दुआ करें भी तो किस मुद्दआ के साथकैसे ज़मीं की बात कहें आसमाँ से हम
न लुटता दिन को तो कब रात को यूँ बे-ख़बर सोतारहा खटका न चोरी का दुआ देता हूँ रहज़न को
सब कुछ मांग लिया तुझ को खुदा से मांग करउठते नहीं है हाथ मेरे इस दुआ के बाद
दिल से मांगी दुआएं लौटती नहीं हैमाना खुदा बहुत ऊँचाई पर है
दुआओं में खुदा से कब तक तुम्हें माँगूइस दोस्त को अपना जीवनसाथी बना लो
छोड़ तो दी, रस्मे उल्फत ज़माने के लीएमर मर के जिए है हम दुआओं में उम्र ले कर
ख़ुशी मिली तो कई दर्द मुझसे रूठ गयेदुआ करो कि मैं फिर से उदास हो जाऊं
मैं शहर में किस शख़्स को जीने की दुआ दूँजीना भी तो सब के लिए अच्छा नहीं होता
बुलंद हाथों में ज़ंजीर डाल देते हैंअजीब रस्म चली है दुआ न माँगे कोईकभी दुआ तो कभी बद-दुआ से लड़ते हुएतमाम उम्र गुज़ारी हवा से लड़ते हुए
मौत का नही खौफ मगर एक दुआ है रब सेकि जब भी मरु तेरे होने का एहसास मेरे साथ मर जाये
मुसीबत और लम्बी ज़िंदगानीबुज़ुर्गों की दुआ ने मार डाला
जलने वाले की दुआ से ही सारी बरक्कत् हैवरना अपना कहने बाले याद भी नही करते हैं
मैंने दिन रात ख़ुदा से ये दुआ माँगी थीकोई आहट ना हो दर पर मेरे जब तू आए
मैंने वहाँ भी तुझे माँगा थाजहाँ लोग सिर्फ खुशियाँ माँगा करते है
भले ही तू जाते जाते मेरे दिल को इतने ज़ख़्म दे गयीलेकिन फिर भी मेरे दिल के हर ज़ख़्म तुझे दुआ ही देंगे
वो मुझे ज़िन्दा देख कर बोली कि तुझे बददुआ नही लगती है क्या
आँसू वो खामोश दुआ हैजो सिर्फ़ खुदा ही सुन सकता है
अभी राह में कई मोड़ हैं कोई आएगा कोई जाएगातुम्हें जिस ने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो
अब भी क़ुबूल ना हो तो किस्मत की बात हैकह रहे हैं आमीन वो मेरी हर दुआ के बाद
हुई थी हम से जो लग़्ज़िश तो थाम लेना थाहमारे हाथ तुम्हें उम्र भर दुआ देते
दुआ तो एक ही काफी है गर कबूल हो जाएहज़ारों दुआओं के बाद भी मंजर तबाह देखे हैं
तेरे इख्तियार में क्या नहीं मुझे इस तरह से नवाज़ देयूँ दुआयें मेरी क़ुबूल हों मेरे दिल में कोई दुआ न हो
काले जादू जैसा है ये तेरा तिलस्मी इश्क़दुआ और दवा सब बेअसर मालूम होती है
कही पर दुआ का इक लफ्ज भी असर कर जाता हैंतो कही बरसों की इबादत हार जाती हैं
नीचे आ गिरती है हर बार दुआ मेरीपता नहीं कितनी ऊचाई पर खुदा रहता हैं
हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिलदुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है
मेरा दिल भी कितना भोला है टूट कर रोते हुए भीअपने सनम की जिंदगी की ख़ुशी की दुआ मांगता हैं
पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कहीअब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो
ख़ुदा तुझे खुशियों से ऐसे नवाज देंकि आपकी लब पर कोई दुआ न आये
उस से मिले ज़माना हुआ लेकिन आज भीदिल से दुआ निकलती है ख़ुश हो जहाँ भी हो
मैं नज़र से पी रहा था तो ये दिल ने बद-दुआ दीतेरा हाथ ज़िंदगी भर कभी जाम तक न पहुँचे
ये दिसम्बर तो बातोँ का मौसम थादुआ करो कि जनवरी बांहोँ का मौसम हो
तेरी मोहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिएवरना हम तो अपनी जिंदगी के लिए भी दुआ नहीं करते
काश की कोई टुटा हुआ तारा ही दिख जायेदुआ माँगनी है मुझे उस बेवफा की सलामती की
अब कहां दुआओं में वो बरकतें, वो नसीहतें, वो हिदायतें,अब तो बस जरूरतों के जुलुस हैं, मतलबों के सलाम हैं
ताबींजो मे क्या पू़ंछू इलाज दर्द -ए -दिल कामंर्जं जब ज़िंदगी खुद हो तो दुआ कैसी दवा कैसी
ना जाने कौन मेरे हक़ में दुआ पढ़ता हैडूबता भी हूँ तो समंदर उछाल देता है
साथ उसका हो यूंही ज़िन्दगी भर के लिएमेरी इस दुआ में सब "आमीन" बोल देना
जो लोग दूसरों को अपनी दुआओं में शामिल करते हैखुशियाँ सब से पहले उन्ही के दरवाजे पे दस्तक देती है
दुनिया मेरे पड़ोस में आबाद है मगरमेरी दुआ-सलाम नहीं उस ज़लील से
दुनिया में रहने की दो सबसे अच्छी जगह हैया तो किसी के दिल में या किसी की दुआओं में
अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने भी मोहब्बत कीमरने की दुआ माँगी जीने की सज़ा पाई
जब दिल करता है कुछ करूंतो तुम्हारे लिए दुआ कर देता हूँ
जिस के मरज़ पे सेहत-ए-आलम निसार होकिस तरह वो मरीज़ दुआ-ए-शिफ़ा करे
जो दोस्त हैं वो माँगते हैं सुल्ह की दुआदुश्मन ये चाहते हैं कि आपस में जंग हो
सोने जा रहा हूँ तुझे ख्वाब में देखने कि हसरत ले करदुआ करना कोई जगा ना दे मुजे तेरे दीदार से पहले
दुआ-ए-तौबा भी हम ने पढ़ी तो मय पी करमज़ा ही हम को किसी शय का बे-शराब न था
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मतये इक चराग़ कई आँधियों पे भारी है
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