Beti Shayari
खिलती हुई कलियाँ हैं बेटियाँमाँ-बाप का दर्द समझती हैं बेटियाँघर को रोशन करती हैं बेटियाँलड़के आज हैं तो आने वाला कल हैं बेटियाँ
हर दिल को छु जाये वो हैं बेटीमाता पिता के लिये शान हैं बेटीभाइयो की पेहचांन हैं बेटीसब काम मे आगे हैं बेटी
ये आंधियां अब मेहरबान नहीं होगीदिए की लौ को बढ़ाना होगाइससे पहले की सारी कश्तियांडूब जाएँ बेटियों को बचाना होगा
ख़ुश्बू बिखेरती फूल है बेटीइंद्रधनुष का सुंदर रूप है बेटीसुरों को सुंदर बनाने वाली साज है बेटीहकीकत में इस धरती का ताज है बेटी
बिन बिटिया के कैसे बसेगा घर–परिवारकैसे आएगी खुशियाँ कैसे बढेगा संसारगर्भ से लेकर यौवन तक बसउस पर लटक रही है हरदम तलवार
Beti Par Shayari
कोई नजराना देता है कोई सम्मान देता हैमगर बेटी का बाप जो कन्यादान देता हैन कोई दान है ऐसा चाहे कितना भी हो पैसाइक बेटी का बाबुल तुम्हें अपनी जान देता है
बिटिया मेरी कहती बाहें पसारउसको चाहिए बस प्यार-दुलारउसकी अनदेखी करते हैं सबक्यों इतना निष्ठुर ये संसार
Beti Shayari Images
फूलों सी कोमल हृदय वाली होती हैं बेटियाँमाँ बाप की एक आह पर ही रोती हैं बेटियाँभाई के प्रेम में खुद को भुला देती हैं अक्सरफिर भी आज गर्भ में जान खोती हैं बेटियाँ
See More :- Hindi Shayari
चेहरे पर आती है एक अलग ही मुस्कानजब बेटी बढ़ाती है माता-पिता की शानअपनी मंजिल की ओर बढ़ने का मिला तुम्हें सम्मानतुम से ही बनी रहेगी तुम्हारे माता-पिता की पहचान
एक मीठी सी मुस्कान हैं बेटीयह सच है कि मेहमान हैं बेटीउस घर की पहचान बनने चलीजिस घर से अनजान हैं बेटी
Short Poetry On Daughter
महक, मोहब्बत और बेटियाँकब वहाँ रूकती जहाँ वो पलती हैंघर में संगीत बजता है हर पलबेटियाँ पाज़ेब पहनकर चलती हैंरौनक़ घर में बेटियों से ही होती हैमौजूदगी से वो घरों को रोशन करती हैं
मातृशक्ति यदि नही बची तोबाकी यहाँ रहेगा कौन ?प्रसव वेदना, लालन-पालनसब दुःख-दर्द सहेगा कौन ?मानव हो तो दानवता कोत्यागो फिर ये उत्तर दो इसनन्ही से जान के दुश्मन कोइंसान कहेगा कौन ?
Beti Par Shayari 2 Line
अगर बेटी की शादी न हो उसकी रजा सेतो बेटी की जिंदगी कम नहीं होती है किसी सजा से
बेटियों से ही सृष्टि है ये भेष हैफिर क्यों बेटियों से इतना द्वेष है
तकलीफ़ कितनी भी हो उफ़ नहीं कहतीऐसा दर्द तो केवल बेटी ही है सहती
बिटिया मेरी कहती बाहें पसार उसको चाहिए बस प्यार-दुलारउसकी अनदेखी करते हैं सब क्यों इतना निष्ठुर ये संसार
Beti Ki Shayari
जिस घर मे होती है बेटियां रौशनी हरपल रहती है वहांहरदम सुख ही बरसे उस घर मुस्कान बिखेरे बेटियां जहाँ
बेटी की हर ख्वाहिश पूरी नहीं होतीफिर भी बेटिया कभी भी अधूरी नहीं होती
दहेज़ जैसे बुरे रस्मों-रिवाज और यह दुनियादारीवरना किस माँ-बाप को अपनी बेटी नहीं होती है प्यारी
लक्ष्मी का वरदान हैं बेटीधरती पर भगवान हैं बेटी
क्या कहती हो ठहरो नारी संकल्प अश्रु-जल-से-अपनेतुम दान कर चुकी पहले ही जीवन के सोने-से-सपने
माँ-बाप की एक आह पर छुप-छुप कर रोती है बेटियांफिर भी आज के दौर में गर्भ में जान खोती है बेटियां
बेटी शायरी
बेटी को मत समझो भारजीवन का हैं ये आधार
बेटी के दिल में माँ-बाप के तस्वीर बड़े होते हैंक्योंकि हर सुख-दुःख में बेटी के साथ खड़े होते हैं
बेटियों की बदौलत ही आबाद है घर-परिवारअगर न होती बेटियाँ तो थम जाता यह संसार
बेटियां दिल में बसकर धड़कनों को धड़काती हैऔर माँ-बाप के जीने की वजह बन जाती हैं
किस्मत वाले है वो लोग जिन्हें बेटियां नसीब होती हैये सच है कि उन लोगों को रब की मोहब्बत नसीब होती है
Beti Shayari In Hindi
बेटी हूँ इसलिए गर्भ में ही मेरा कत्ल कर दियाना जाने क्यों खुदा ने तुम्हे माँ बनने का हक दिया
वो लड़के अपनी पुरषार्थ को क्या दिखा पाएंगेजो लड़कियों को इज्जत से नहीं देख पाएंगे
जागरूक बनिए, सोच बदलिये और यही है सहीजो पैसे मांगते है उन्हें भीख दीजिये बेटी नहीं
अहसासों की सेज सजी है यादो का फ़साना हैअपने घर को छोड़कर साजन के घर जाना है
किस्मत वाले है वो लोग जिन्हें बेटियां नसीब होती हैये सच है कि उन लोगों को रब की मोहब्बत नसीब होती है
Shayari On Beti In Hindi
बेटियाँ सब के मुक़द्दर में कहाँ होती हैंघर खुदा को जो पसंद आये वहाँ होती हैं
Beti Birthday Shayari
बधाई होसाथ में अपने खुशियों की सौगात लाई हैनन्ही सी परी आज तुम्हारे घर पर आई है
लड़कियों के अरमानों को चूल्हें में झोकने कीअब तुम्हारी औकात नहीं होगी इन्हें रोकने की
हर बेटी की यही कहानी हैशादी के बाद कई नये रिश्तें निभानी है
Shayari On Beti Bachao
मैं कली हूँ तुम्हारे घर की मुझे क्यूं बढ़ने नहीं देतेचलता है तुम्हारा वंश मुझसे मुझे क्यूँ पढ़ने नहीं देते
बेटी बचाओ और जीवन सजाओबेटी पढ़ाओ और ख़ुशहाली बढ़ाओ
माँ-बाप के जीवन में ये दिन भी आता हैंजिगर का टुकड़ा ही एक दिन दूर हो जाता हैं
मानवता का खून जो कोख में बहाओगेबेटियां नहीं होंगी तो बहू कहाँ से लाओगे
Beti Ke Upar Shayari | Respect Girls
Respect Girls |
खुद की बहन-बेटी को इज्जत से देखने वालेदूसरों के बहन-बेटियों की इज्जत के बनों रखवाले
बेटी भार नही है आधार जीवन हैं उसका अधिकारशिक्षा हैं उसका हथियार बढ़ाओ कदम करो स्वीकार
Beti Vidai Shayari
धन पराया होकर भी बेटी होती नहीं पराईइसीलिए बिन रोये माँ-बाप बेटी की करते नहीं विदाई
बेटी है कुदरत का उपहारजीने का इसको दो अधिकार
सब ने पूछा बहु दहेज़ में क्या-क्या ले आईकिसी ने ना पूछा बेटी क्या-क्या छोड़ आई
बेटा अंश हैं तो बेटी वंश हैंबेटा आन हैं तो बेटी शान हैं
हर परिवार के कुल को बढ़ाती है बेटियांफिर भी पैरों तले कुचल दी जाती है बेटियां
Daughter Quotes In Hindi
पराया होकर भी कभी पराई नही होतीशायद इसलिएकभी पिता से हँसकर बेटी की बिदाई नही होती
बेटियों के पास भी पंख होते हैकभी उनके अरमान देखोंएक मौका और थोड़ा सा हौसला दोफिर उसकी ऊँची उड़ान देखो
मुझे पापा से ज्यादा शाम अच्छी लगती हैंक्योकि पापा तो सिर्फ खिलौने लाते हैंपर शाम तो पापा को लाती हैं
बेटे भाग्य से होते हैंपर बेटियाँ सौभाग्य से होती हैं
Shayari For Beti
मुस्कुराता देख बेटी को मैंने पूछ लिया?कहने लगी पापा ने मुझको बेटा कहा है
बेटी हूँ आपकी अब पत्नी काफर्ज निभाने जा रही हूँ मैंएक अंजान रिश्तें के ख़ातिरआपका दामन छोड़ कर जा रही हूँ मैं
क्यों ऐसे मायूस और कमजोर बनी हुई हैउठ खड़ी हो नारी तेरे साथ खड़ी है ये दुनिया सारी
बेटी जिस घर जन्म लेती हैखुशियों से उसे भर देती हैहलकी सी मुस्कान से अपने सारे दर्द हर लेती है
बेटी हो या बहू अपनी मुस्कान सेघर में उजाला कर देती हैसारे गमों को अपने दामन में समेट करखुशियों से वो आंगन भर देती है
Beti Shayari Hindi
वो पीर परायी क्या जाने जिनको नहीं है बेटियांजिस माँ ने विदा की है बेटियांपूछो उस माँ से कि क्या होती है बेटियां
हर शख़्स मुझे जिंदगी जीने कासलीका सिखाता हैकैसे कहूँ इक ख़्वाब अधूरा है मेरावरना जीना तो मुझे भी आता है
ना जाने ये कैसे लोग हैजो बेटियों को कोख में ही मरवाते हैऐसा लगता है ऐसे गिरे हुए लोगकिसी पुरूष की कोख से जन्म लेकर आते है
माँ जन्म देती हैदादी कहानी सुनाती हैबहन राखी बांधती हैपत्नी जीवनभर साथ निभाती हैनारी के बिना जिंदगी कहाँ होती है
Beti Sad Shayari
माँ-बाप का हमेशा ख्याल बेटियां रखती हैफिर क्यों परी-सी बेटी कोख में ही मरती है
बेटे अक्सर चले जाते हैं माँ-बाप का दिल तोड़करबेटियाँ तो गुजारा कर लेती हैं टूटी पायल जोड़कर
बेटी होने का कर्ज चुकायाअब बहू होने का फर्ज निभा रही हैआज भी कहीं किसी कोने में वोछुपकर अपने सारे ख़्वाब छुपा रही है
हमेशा खुद को मजबूत दिखाते है पापाबिदाई के समय ऐसा लगा जैसेजी भर कर रोना चाहते है पापा
उड़के एक रोज़ बड़ी दूर चली जाती हैंघर की शाख़ों पे ये चिड़ियों की तरह होती हैं
जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही होबेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं
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