Ada Shayari In Hindi
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Ada Shayari |
एक अदा आपकी दिल चुराने की
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की
चेहरा आपका चाँद
और जिद हमारी चाँद को पाने की
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Shayari On Ada |
तेरी हर अदा पे शायरी कह गया है कोई
मोह्हबत कर के भी तनहा रह गया है कोई
मजबूर क्यों है इतना मुझसे तो दे बता
अपनी जिंदगी को तेरे नाम कर गया है कोई
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अदा शायरी |
तेरी हर अदा मोहब्बत सी लगती है
एक पल की जुदाई मुद्दत सी लगती है
पहले नही अब सोचने लगे हैं हम
ज़िंदगी के हर लम्हे में तेरी ज़रूरत सी लगती है
Shayari On Ada
तेरे इश्क ने दिया सुकून इतना
कि तेरे बाद कोई अच्छा न लगे
तुझे करने है बेवफाई तो इस अदा से कर
कि तेरे बाद कोई बेवफा न लगे
मेरे दिल ने जब भी दुआ माँगी है
तुझे माँगा है तेरी वफ़ा माँगी है
जिस मोहब्बत को देख के दुनिया को रश्क आये
तेरे प्यार करने की वो अदा माँगी है
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Ada Par Shayari |
राज दिल में छुपाये रहते हैं
अपने आँखों से छलकने नहीं देते
क्या ज़ालिम अदा है उस हसीं की
ज़ख्म भी देते हैं और तड़पने नहीं देते
Ada Shayari 2 Line
वाह मौसम आज तेरी अदा पर दिल खुश हो गया
याद मुझे आई और बरस तू गया
Ego नही मुझे अपनी किसी अदा पर चहकने का
बस चाहिए एक नजरीया प्यार को अपने परखने का
खूबसूरत तुम खूबसूरत तुम्हारी अदा
दिल भी बेचारा कब तक सम्भले हो ही गया फ़िदा
मेरी ये अदा दुनिया को रास नहीं आई
दिल तो टूटा है पर आवाज़ नहीं आई
ना अदा से होंगी ना वफा से होंगी
अब मोहब्बत जिससे भी होगी
एग्जाम के बाद होंगी
कैसे करूँ शुक्रिया तेरी मेहरबानीयों का ये खुदा
मुझ माँगने का सलीका नही आता
पर तू देने की हर अदा जानता हैं
अदा शायरी
हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कुरा देना
हसीनों को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना
हमें ये दिल हारने की बीमारी न होती
अगर उनकी दिल जीतने की अदा इतनी प्यारी न होती
मेरी पिक मेरी अदा पर
तुम क्या ज़माना भी फ़िदा हैं
सुन पगली मेरी बोली एक अदा हैं
जिसपे तेरे जैसी 100 छोरीया फिदा हैं
मार डाला तेरी अदा निराली ने
के नागन बनके डंस लिया तेरी जुल्फ काली ने
Ada Quotes In Hindi
सीख ली जिसने अदा गम में मुस्कुराने की
उसे क्या मिटायेंगी गर्दिशे जमाने की
तहज़ीब में भी उसकी क्या ख़ूब अदा थी
नमक भी अदा किया तो ज़ख़्मों पर छिड़क कर
मोहब्बत को छोड़कर क्या नही मिलता बाजार में
हुस्न जिस्म चुंबन वादा अदा जो मन करे खरीद लो
सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती
दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए
जो दर्द तुम हमें किश्तों-किश्तों में दे रहे हो
वो आलम क्या होगा जब हम ब्याज सहित अदा करेंगे
क्या चाहती है हम से हमारी ये ज़िंदगी
क्या क़र्ज़ है जो हम से अदा हो नहीं रहा
दिल मेरा चुराकर वो बड़ी अदा से बोली
वापिस लेने आए तो जान भी ले लुंगी
अपनी कीमत उतनी रखिए जो अदा हो सके
अगर अनमोल हो गए तो तन्हा हो जाओगे
Uski Ada Shayari
जालिम जख्म पर जख्म दिए जा रहा है
शायद जान गया है उसकी हर अदा पे मरते हैं हम
मैं एक एक अदा से उसकी वाकिफ़ हूँ
वो जा रही है लेकिन पलट के जरूर देखेगी
ना मेरा प्यार कम हुआ, ना उनकी नफरत
अपना अपना फर्ज था, दोनों अदा कर गये
वो दुश्मन ही सही यारों हमारा
पर उसकी जो अदा थी क्या अदा थी
उम्र भर मिलने नहीं देती हैं अब तो रंजिशें
वक़्त हम से रूठ जाने की अदा तक ले गया
Masoom Ada Shayari
कमाल की अदा है उसमे
वार भी दिल पर राज भी दिल पर
करीब आओ ज़रा के तुम्हारे बिन जीना मुश्किल है
क्युकी दिल को तुम्हारी हर अदा से मोहब्बत है
रूठना भी है हसीनों की अदा में शामिल
आप का काम मनाना है मनाते रहिए
तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई लेके हँस दो
आ जाएगा पलट कर गुज़रा हुआ ज़माना
ना मेरा प्यार कम हुआ ना उनकी नफरत
अपना अपना फर्ज था दोनों अदा कर गये
बेताब कर गई मुझे जादू भरी नजर
मैं उनके देखने की अदा देखता रहा
बेजुबाँ जानवर भी हक़ अदा कर देते हैं नमक का
एक न जाने इंसान ही क्यों इतना खुदगर्ज़ निकला
दुपट्टा क्या रख लिया उसने सर पर
वो दुल्हन नजर आने लगी
उसकी तो अदा हो गई और जान हमारी जाने लगी
हमारी अदा पे तो नफरत करने वाले भी फ़िदा हैं
तो फिर सोच प्यार करने वालो का क्या हाल होगा
क़ातिल अदा शायरी
मेरी समझ में ये क़ातिल न आज तक आया
कि क़त्ल करती है तलवार या अदा तेरी
ओ मस्त-ए-नाज़ हुस्न तुझे कुछ ख़बर भी है
तुझ पर निसार होते हैं किस किस अदा से हम
सुनो
फिर से कहो ना आज उसी अदा के साथ
मुझे सिर्फ तुम से मोहब्बत है
Teri Ada Shayari
मोहब्बत का कोई इरादा तो नही था
पर देखी जो तेरी अदा तो नियत ही बदल गयी
अदाएं देखने बैठे हो क्या आईने में अपनी
दिया है जिसने तुम जैसे को दिल उस का जिगर देखो
तन्हा वो आएँ जाएँ ये है शान के ख़िलाफ़
आना हया के साथ है, जाना अदा के साथ
हम जा रहे हैं वहां जहां दिल की कदर हो
बैठे रहो तुम अपनी अदाये लिए हुए
शराफत, शरारत, नजाकत तेरी हर अदा से मुझे प्यार है
किसी और का नहीं मुझे सिर्फ तेरा ही इंतज़ार है
होश में ला के मेरे होश उड़ाने वाले
ये तेरा नाज़ है, शौक है, अदा है, क्या है
Meri Ada Shayari
मैं इक फकीर के होंठों की मुस्कुराहट हूँ
किसी से भी मेरी कीमत अदा नहीं होती
अपने जख्मों की नुमाइश करना एक इक अदा है
दुनियां को पता तो चले
यह मशहूर इश्क आखिर क्या बला है
ये भी शायद इक अदा है ज़िंदगी की यारों
जिसको साथी मिल गया वो तन्हा हो गया
गुलाब ऎसे ही नहीं गुलाब होता है
ये अदा काँटों में पलने के बाद आती है
आफ़त तो है वो नाज़ भी अंदाज़ भी लेकिन
मरता हूं मैं जिस पर वो अदा और ही कुछ है
मेरी आँखों में आँसू की तरह एक बार आ जाओ
तक़ल्लुफ़ से बनावट से अदा से चोट लगती है
Ada Pe Shayari
दर्द की भी अपनी एक अदा है
ये तो सहने वालों पर ही फ़िदा है
मेरे लफ्ज़ फ़ीके पड़ गए तेरी एक
अदा के सामने
मैं तुझे ख़ुदा कह गया अपने ख़ुदा के सामने
मुझे उस पगली की ये नादान अदा खूब भाती हैं
नाराज़ मुझसे होती हैं और गुस्सा सबको दिखाती हैं
कब तक मैं छुपाऊ अपने दिल की बात
उस की हर अदा पे हमे प्यार आता हैं
मेहंदी लगाए बैठे हैं कुछ इस अदा से वो
मुट्ठी में उन की दे दे कोई दिल निकाल के
फिदा हो जाऊँ तेरी किस-किस अदा पर
अदायें लाख तेरी बेताब दिल एक मेरा
Katil Ada Shayari In Hindi
दुपट्टा क्या रख लिया सर पर
वो दुल्हन सी नज़र आने लगी
उनकी तो अदा होगी
अपनी जान जाने लगी
मत चाहो किसी को इतना टूटकर ज़िन्दगी में
अगर बिछड़ गये तो हर एक अदा तंग करेगी
ये उड़ती ज़ुल्फें, ये बिखरी मुस्कान
एक अदा से संभलूँ,तो दूसरी होश उड़ा देती है
अदा-ए-मोहब्बत सजदा-ए-इश्क
नाम कुछ भी हो मतलब तुम्ही से है
कुछ इस अदा से तोड़े है ताल्लुक उसने कि
एक मुद्दत से ढूंढ़ रहा हूँ कसूर अपना
जिनकी अदा अदा में हैं रानाइयाँ शकील
अशआर बन के वो मिरे दीवाँ में आ गए
फ़िदा करता रहा दिल को हसीनों की अदाओं पर
मगर देखी न उस आईने में अपनी अदा तू ने
गुलाब ऐसे ही गुलाब नहीं होता
ये अदा कांटों में पलने के बाद आती है
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