Ashq Shayari
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अश्क पर शायरी |
दिल के हर कोने में बसाया है आपको
अपनी यादों में हर पल सजाया है आपको
यकीं न हो तो मेरी आँखों में देख लीजिये
अपने अश्कों में भी छुपाया है आपको
समंदर में उतरता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं
तेरी आँखों को पढ़ता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं
तुम्हारा नाम लिखने की इजाज़त छिन गई जबसे
कोई भी लफ्ज़ लिखता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं
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Shayari On Ashq |
ये रोशनी ये हवा क्या करूँ
मैं ज़माने की दुआ क्या करूँ
मेरी आँखों के अश्क़ रेत हुए
यार दरिया ना हुआ क्या करूँ
कागज़ पे हमने भी ज़िन्दगी लिख दी
अश्क से सींच कर उनकी खुशी लिख दी
दर्द जब हमने उबारा लफ्जों पे
लोगों ने कहा वाह क्या गजल लिख दी
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Image Of Ashq Shayari |
आफताब की गर्मी से दरिया का पानी
ख़त्म नहीं होता
लैला के इंकार से मजनू का जज़्बा
कम नहीं होता
फ़िराक की मुसीबत हो या यार के
वस्ल की लज़्ज़त
किसी भी हाल में अश्कों का बहना
कम नहीं होता
अश्क पर शायरी
शायद ये वक़्त हमसे कोई चाल चल गया
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढल गया
अश्क़ों की चाँदनी से थी बेहतर वो धूप ही
चलो उसी मोड़ से शुरू करें फिर से जिंदगी
हर दिल में दर्द छुपा होता है
बयाँ करने का अंदाज़ जुदा होता है
कोई अश्कों से बहा देता है और
किसी की हंसी में भी दर्द छुपा होता है
दर्द दे कर इश्क़ ने हमे रुला दिया
जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते थे
मगर उन्होने तो यादों में ही ज़हेर मिला दिया
हर लम्हा हम उन्हें याद करते रहे
उनकी याद में मर मर के जीते रहे
अश्क आँखों से हमारी बहते रहे
हम अश्कों के जाम पीते रहे
मुझको लूट कर जाने वाले चले गये
मेरी आँखों से नींद चुरा कर ले गये
मोहब्बत की दिल से तो आँसू गिरे
लोग उन्हें मोती समझकर उठा ले गये
Ashq Shayari 2 Line
कोई मंज़िल नहीं मिलती तो ठहर जाते हैं
अश्क आँखों में मुसाफ़िर की तरह आते हैं
किसी को बताने से मेरे अश्क़ रुक ना पायेंगे
मिट जायेगी जिंदगी मगर ग़म धुल न पायेंगे
वो अश्क बन के मेरी चश्म-ए-तर में रहता है
अजीब शख़्स है पानी के घर में रहता है
मेरे ख़त में जो भीगी भीगी सी लिखावट है
स्याही में थोड़ी सी मेरे अश्कों की मिलावट है
ज़िन्दगी तूने मुझे तोहफ़े बड़े अनमोल दिये हैं
अश्क़ जितने भी थे सब नाम मेरे तौल दिये हैं
आज अश्क से आँखों में क्यों हैं आये हुए
गुजर गया है ज़माना तुझे भुलाये हुए
Ashq Shayari In Hindi
आँखों से बगावत पे उतर आता है
इक अश्क अक्सर बागी हो जाता है
मेरे अश्क और तेरी यादों का कोई तो रिश्ता जरूर है
कमबख्त जब भी आते है दोनों साथ ही आते है
इश्क़ लिखने को इश्क़ होना बहुत जरूरी है
जहर का स्वाद बिना पिए कोई कैसे बताएगा
आ देख मेरी आँखों के ये भीगे हुए मौसम
ये किसने कह दिया कि तुम्हें भूल गये हम
आया ही था खयाल कि आंखें छलक पड़ीं
आंसू किसी की याद के कितने करीब है
सोचकर बाज़ार गये था कुछ अश्क़ बेचने
हर खरीददार बोला तोहफे बिका नहीं करते
जहाँ क़तरा-ए-अश्क गिरेगा
वहां इक आँख उग आएगी
दो चार आँसू ही आते हैं पलकों के किनारे पे
वर्ना आँखों का समंदर गहरा बहुत है
बेवफ़ाई का मुझे जब भी ख़याल आता है
अश्क़ रुख़सार पर आँखों से निकल जाते हैं
हमारे शहर आ जाओ सदा बरसात रहती है
कभी बादल बरसते हैं कभी आँखें बरसतीं हैं
Shayari On Ashq
कभी बरसात का मज़ा चाहो
तो इन आँखों में आ बैठो
वो बरसों में कभी बरसती है
ये बरसों से बरसती हैं
अश्क़ अच्छे ही तो हैं
मसला ग़म बहाने का अगर है
आँखों में कौन आ के इलाही निकल गया
किस की तलाश में मेरे अश्क़ रवां चले
हमने तो बहा दिए हैं आकाश तमाम अश्क अपने
अब उसने हिसाब-ए-बेकरारी-ए-हिज्र माँगा तो देंगे कैसे
इश्क में राएगाँ कुछ नही जाता
ये अश्क भी किसी काम आएंगे
टुकड़ा टुकड़ा नाम ऐ मोहब्बत
कतरा कतरा दर्द ऐ दिल
जर्रा जर्रा धड़कन ऐ वफ़ा
बूँद बूँद अश्क़ ऐ निगाह
यही इश्क़ है, इश्क़ हैं, इश्क हैं
Ashq Love Quotes In Hindi
वो बेगानो में अपने हम अपनों में अनजाने लगते है
हमारे खून की भी कीमत नहीं उनके अश्कों के भी दाम लगते है
अश्कों के निशाँ पर्चा-ए-सादा पे हैं क़ासिद
अब कुछ न बयाँ कर ये इबारत ही बहुत है
सोचकर बाज़ार गये थे कुछ अश्क़ बेचने
हर खरीददार बोला
तोहफे बिका नहीं करते
गिरते हुऐ अश्क की कीमत न पूछना
हर बूंद में लाखो सवाल हैं
गिरा पलकों से अश्क़ तो सोचा ना था
रुख़सार पर हाथ तेरे संभाल लेंगे उन्हें
हम एस कदर तुम पर मर मिटेंगे
तुम जहाँ देखोगे तुम्हे हम ही दिखेंगे
आँखों में आँसू लेके होठों से मुस्कुराये
हम जैसे जी रहे हैं कोई जी के तो बताये
Best Ashq Status
आसरा दे के मेरे अश्क न छीन
यही ले दे के बचा है मुझ में
बस दर्द अश्क तन्हाई और तड़प
क्या करेगी मौत मेरी जिंदगी लेकर
प्यास इतनी है मेरी रूह की गहराई में
अश्क गिरता है तो दामन को जला देता है
ग़मो से उलझकर मुस्कुराना मेरी आदत है
मुझे नाकामियों पे अश्क़ बहाना नहीं आता
मेरे अश्क़ तेरी बेरुखी का एहसास हैं
तेरी याद में ये फिर बेगाने हो चले
बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी
पहले पागल किया
फिर पागल कहा
फिर पागल समझ कर छोड़ दिया
जहाँ-जहाँ क़तरा-ए-अश्क गिरेगा
वहां-वहां इक आँख उग आएगी
Ashq Love Shayari
चराग-ए-इश्क लिए हम भी फिरे हैं खोजते उनको
जिन्होने इश्क किया और अश्क का दीदार नही किया
मेरी यादों की कश्ती उस समंदर में तैरती है
जिस में पानी मेरी अपनी ही पलकों का होता है
टपक पड़ते हैं आँसू जब तुम्हारी याद आती है
ये वो बरसात है जिसका कोई मौसम नहीं होता
बेवफ़ाई का मुझे जब भी ख़याल आता है
अश्क़ रुख़सार पर आँखों से निकल जाते हैं
शायद तू कभी प्यासा फिर मेरी तरफ लौट आये
आँखों में लिए फिरता हूँ दरिया तेरी खातिर
Ashq Sad Love Shayari
जब लफ्ज़ थक गए तो फिर आँखों ने बात की
जो आँखें भी थक गयीं तो अश्कों से बात हुई
अश्क ज़माने से अभी अभी छुपा ना पाओगे तुम
बहुत वक़्त लगेगा दिल को ग़म से निस्बत को
शायरी उसी के लबों पर सजती है साहिब
जिसकी आँखों में इश्क़ रोता हो
ढूंढोगे कभी तस्वीरों में मेरा तसव्वुर
मेरे ख्यालों के अश्क तेरी आँखों में भर आयेंगे
आँख ने अश्क बहाए भी तो सूख जाएंगे
दिल की बस्ती में ग़म की धूप है बहुत
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