Urdu Shayari On Killer Attitude Images

Urdu Shayari On Killer Attitude Images

मेरा यही अंदाज इस जमाने को खलता है
इतना पीने के बाद भी सीधा कैसे चलता है


Urdu Attitude Shayari

हादसों की ज़द में हैं तो क्या मुस्कुराना छोड़ दें
जलजलों के खौफ से क्या घर बनाना छोड़ दें


Best Attitude Shayari

ये मत समझ कि तेरे काबिल नहीं हैं हम
तड़प रहे हैं वो जिसे हासिल नहीं हैं हम


Killer Attitude Urdu Shayari

गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त
जितना तेरे पास है
उतना तो मेरा खराब रहता है


Cool Attitude Shayari

हम अच्छे सही पर लोग ख़राब कहतें हैं
इस देश का बिगड़ा हुआ हमें नवाब कहते हैं
हम ऐसे बदनाम हुए इस शहर में
पानी भी पिये तो लोग उसे शराब कहते हैं


Ultimate Attitude Shayari


चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये
बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये


Ultimate Urdu Shayari Attitude

अगर लोग यूँ ही कमियां निकालते रहे तो
एक दिन सिर्फ खूबियाँ ही रह जायेगी मुझमें


Urdu Attitude Shayari In Hindi Font

Urdu Attitude Shayari In Hindi

रूठा हुआ है मुझसे इस बात पर ज़माना
शामिल नहीं है मेरी फ़ितरत में सर झुकाना


Royal Attitude Shayari

बेमतलब की जिंदगी का सिलसिला ख़त्म
अब जिस तरह की दुनिया उस तरह के हम


Attitude Shayari

तोड़ेंगे गुरुर इश्क का और इस कदर सुधर जायेंगे
खड़ी रहेगी मोहब्बत और हम सामने से गुजर जायेंगे


कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते
आसमान पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते
हर हालात को बदलने की हिम्मत है हम में
वक़्त का हर फैसला हम गंवारा नहीं करते


वो किताब लौटाने का बहाना तो लाखों में था
लोग ढूढ़ते रहे सबूत पैगाम तो आँखों में था


सबके दिलों में धड़कना जरूरी नहीं होता साहब
लोगों की आँखों में खटकने का भी एक अलग मज़ा है


बेवफा तुम हो तो वफादार हम भी नहीं
बेशरम तुम हो तो शर्मसार हम भी नहीं
प्यार के इस मोड़ पर कहते हो की शादीशुदा हो
तो क्या हुआ Darling कुंवारे हम भी नहीं


मैं लोगों से मुलाकातों के लम्हें याद रखता हूँ
बातें भूल भी जाऊं पर लहजे याद रखता हूँ


Urdu Quotes On Royal Attitude


क़ाफ़िले में पीछे हूँ कुछ बात है वरना
मेरी ख़ाक भी ना पाते, मेरे साथ चलने वाले


सही वक्त पर करवा देंगे हदों का एहसास
कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे हैं


मेरे लफ्जों से न कर मेरे किरदार का फ़ैसला
तेरा वजूद मिट जायेगा मेरी हकीकत ढूंढ़ते ढूंढ़ते


संभल कर किया करो लोगो से बुराई मेरी
तुम्हारे तमाम अपने मेरे ही मुरीद हैं


बेवक़्त, बेवजह, बेहिसाब मुस्कुरा देता हूँ
आधे दुश्मनो को तो यूँ ही हरा देता हूँ


अपनी शख्शियत की क्या मिसाल दूँ यारों
ना जाने कितने मशहूर हो गये
मुझे बदनाम करते करते


खोटे सिक्के जो अभी अभी चले हैं बाजार में
वो कमियाँ निकाल रहे हैं मेरे किरदार में