Romantic Baarish Shayari Images
तुम्हें बारिश पसंद है मुझे बारिश में तुम
तुम्हें हँसना पसंद है मुझे हस्ती हुए तुम
तुम्हें बोलना पसंद है मुझे बोलते हुए तुम
तुम्हें सब कुछ पसंद है और मुझे बस तुम
आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया
खत्म सभी का इंतज़ार हो गया
बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया
ज़रा ठहरो बारिश थम जाये
तो फिर चले जाना
किसी का तुझ को छू लेना
मुझे अच्छा नहीं लगता
न कोई छत्रछाया है
न कोई मोह माया है
बारिश से ज्यादा तो मुझको
तेरी यादों ने भिगाया है
ये मौसम भी कितना प्यारा है
करती ये हवाएं कुछ इशारा है
जरा समझो इनके जज्बातों को
ये कह रही हैं किसी ने दिल से पुकारा है
बारिश शायरी
ऐ बारिश जरा थम के बरस
जब वो आ जाये तो जम के बरस
पहले न बरस के वो आ न सके
फिर इतना बरस के वो जा न सके
खिल उठे ये पेड़ और पौधे
छाई चारों ओर हरियाली है
सावन में पड़ती इस बारिश की
अदा ही बहुत निराली है
बारिश में भीगे हम बारिश में भीगे तुम
इस बारिश में भीगे लबो को मिल जाने दो
आज रहे न जाये कोई ख्वाइश अधूरी
आज हर चाहत पूरी हो जाने दो
अब बारिश में तेरे संग नहाना है
सपना ये मेरा कितना सुहाना है
बारिश की बूंदे जो गिरे तेरे होठो पे
उन्हें अपने होठो से उठाना है
अगर मेरी चाहतों के मुताबिक
जमाने की हर बात होती
तो बस मैं होता तुम होती
और सारी रात बरसात होती
Barish Shayari Sad
खुश नसीब होते हैं बादल
जो दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते हैं
और एक बदनसीब हम हैं
जो एक ही दुनिया में रहकर भी मिलने को तरसते हैं
आज भीगी है पलके किसी की याद में
आकाश भी सिमट गया हैं अपने आप में
ओस की बूँद ऐसी गिरी है ज़मीन पर
मानो चाँद भी रोया हो उनकी याद में
आज हल्की हल्की बारिश है
आज सरद हवा का रक्स भी है
आज फूल भी निखरे निखरे हैं
आज उनमे तुम्हारा अक्स भी है
एक तो ये रात उफ़ ये बरसात
इक तो साथ नही तेरा उफ़ ये दर्द बेहिसाब
कितनी अजीब सी है बात
मेरे ही बस में नही मेरे ये हालात
इन बादलों का मिज़ाज भी
मेरे महबूब जैसा है
कभी टूट के बरसता है
कभी बेरुखी से गुजर जाता है
Barish Sad Shayari
बरस जाये यहाँ भी कुछ नूर की बारिशें
के ईमान के शीशों पे बड़ी गर्द जमी है
उस तस्वीर को भी कर दे ताज़ा
जिनकी याद हमारे दिल में धुंधली सी पड़ी है
मोहब्बत तो वो बारिश है
जिसे छूने की चाहत में
हथेलियां तो गीली हो जाती है पर
हाथ खाली ही रह जाते है
मत पूछो कितनी मोहब्बत है मुझे उनसे
बारिश की बूँद भी अगर उन्हें छू जाती है
तो दिल में आग लग जाती है
परदेस में क्या महसूस करें
बारिश का मज़ा मिट्टी की महक़
जब गाँव में अपने होती है
बरसात से खुशबू आती है
Barish Shayari Romantic
कुछ नशा तेरी बात का है
कुछ नशा धीमी बरसात का है
हमे तुम यूँही पागल मत समझो
यह दिल पर असर पहली मुलाकात का है
Barish Yaad Shayari In Hindi
बारिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है
फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं
यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है
रिमझिम बरस पड़े हो
तुम तो फुहार बनके
आया है अब तो मौसम
कैसा खुमार बनके
मेरे दिल में यूँहीं रहना
तुम प्यार प्यार बनके
कभी जी भर के बरसना
कभी बूंद बूंद के लिए तरसाना
ए बारिश तेरी आदतें
मेरे यार जैसी हैं
तेरे प्रेम की बारिश हो
मैं जलमग्न हो जाऊं
तुम घटा बन चली आओ
मैं बादल बन जाऊं
Barish Shayari 2 Line
हैरत से ताकता है सहरा बारिश के नज़राने को
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को
खुद भी रोता है मुझे भी रुला देता है
ये बारिश का मौसम उसकी याद दिला देता है
एक ख्वाब ने आँखे खोली हैं क्या मोड़ आया है कहानी मे
वो भीग रही थी बारिश में और आग लगी है पानी में
बादल जब गरजते हैं दिल की धड़कन बढ़ जाती है
दिल की हर एक धड़कन से आवाज़ तुम्हारी आती है
ख़ुद को इतना भी न बचाया कर
बारिशें हुआ करे तो भीग जाया कर
अजब लुत्फ़ का मंज़र देखता रहता हूँ बारिश में
बदन जलता है और मैं भीगता रहता हूँ बारिश में
पहली बारिश शायरी
जब भी होगी पहली बारिश तुमको सामने पायेंगे
वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पायेंगे
अबके बारिश में तो ये कारएज़ियाँ होना ही था
अपनी कच्ची बस्तियों को बेनिशाँ होना ही था
बरस रही थी बारिश बाहर
और वो भीग रहा था मुझमें
कल रात मैंने सारे ग़म आसमान को सुना दिए
आज मैं चुप हूँ और आसमान बरस रहा है
तपिश और बढ़ गई इन चंद बूंदों के बाद
काले सियाह बादलो ने भी बस यूँ ही बहलाया मुझे
यही एक फर्क है तेरे और मेरे शहर की बारिश में
तेरे यहाँ जाम लगता है मेरे यहाँ जाम लगते हैं
बारिश और मोहब्बत दोनो ही यादगार होते हैं
बारिश में जिस्म भीगता है और मोहब्बत में आँखें
टूट पड़ती थीं घटाएँ जिन की आँखें देख कर
वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए
Shayari On Barish
हम भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूबकर
इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे ख्यालों जैसी
इस दफा तो बरिसें रूकती ही नहीं फ़राज़
हमने क्या आँसू पिए के सारे मौसम रो पड़े
बारिश में चलने से एक बात याद आती है
फिसलने के डर से वो मेरा हाथ थाम लेता था
ये बारिशें भी कम जालिम नहीं यादों की बौछार तुम्हारी
और इंतज़ार में जज़्बात मेरे सीलन खाते हैं
पूछते थे ना कितना प्यार है तुम्हे हमसे
लो अब गिन लो बारिश की ये बूँदें
Baarish Love Shayari
मैं तेरे हिज्र की बरसात में कब तक भीगूँ
ऐसे मौसम में तो दीवारे भी गिर जाती हैं
उनके मिलन से महक उठी थी फ़िज़ाएँ
सौंधी खुशबू ना बारिश की थी ना मिट्टी की
इस भीगे भीगे मौसम में थी आस तुम्हारे आने की
तुमको अगर फुर्सत ही नहीं तो आग लगे बरसातों को
रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगे
बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गया हूँ मैं
पहले बारिश होती थी तो याद आते थे
अब जब याद आते हो तो बारिश होती है
बारिश की बूँदों में झलकती है तस्वीर उनकी और
हम उनसे मिलनें की चाहत में भीग जाते हैं
Best Rain Lover Quotes And Status
वो मेरे रुबारु आया भी तो बरसात के मौसम में
मेरे आँसू बह रहे थे और वो बरसात समझ बैठा
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का
अब भी बरसात की रातों में बदन टूटता है
जाग उठती हैं अजब ख़्वाहिशें अंगड़ाईयों की
बारिश की तरह तुझ पे बरसती रहे खुशियां
हर बूँद तेरे दिल से हर एक गम को मिटा दे
कोई तो बारिश ऐसी हो जो तेरे साथ बरसे मोसिन
तन्हा तो मेरी ऑंखें हर रोज़ बरसाती हैं
तेरे ख्यालों में चलते चलते कहीं फिसल न जाऊं मैं
अपनी यादों को रोक ले के शहर में बारिश का मौसम है
Best Barish Shayari
बारिशें कुछ इस तरह से होती रहीं मुझ पे
ख्वाहिशें सूखती रहीं और पलकें रोतीं रहीं
बारिशों से अदबएमोहब्बत सीखो फ़राज़
अगर ये रूठ भी जाएँ तो बरसती बहुत हैं
कहीं फिसल न जाओ जरा संभल के चलना
मौसम बारिस का भी है और मोहब्बत का भी
पीने से कर चुका था मैं तौबा यारो
बादलों का रंग देखकर नियत बदल गई
आज फिर मौसम नम हुआ मेरी आँखों की तरह
शायद बादलो का भी दिल किसी ने तोड़ा होगा
0 Comments
Do Not Enter any Spam link in the Comment Box